सीएम रहे आरएसएस की पकड़ में लोग सर्किट हाऊस में करते रहे उनका इंतजार
जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
जिला कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक बंबर ठाकुर ने प्रैस को जारी बयान में आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का दो दिवसीय दौरा पूरी तरह से औचित्यहीन और फ्लाप साबित हुआ है। भारी प्रयत्तनों के फलस्वरूप भी जनसभा में भीड़ नहीं जुट पाई जो कि दर्शाता है कि अल्प समय में जनता को भाजपा सरकार से मोह भंग हो चुका है। उन्होंने कहा कि दो दिवसीय बिलासपुर दौरे के पहले दिन बिलासपुर में सीएम द्वारा जनसमस्याएं सुनने की अखबारों के माध्यम से भाजपा के छुटभैया नेताओं द्वारा बयानबाजी की गई थी। लेकिन मंगलवार को सीएम साहब आरएसएस की पकड़ में ही रहे और उन्होंने पूरा दिन वहीं पर बिता दिया जबकि सैंकड़ों लोग सर्किट हाऊस में उनका इंतजार करते रहे। इस अनदेखी के लिए मुख्यमंत्री महोदय को जनता से माफी मांगनी चाहिए। जिलाध्यक्ष बंबर ठाकुर ने कहा कि श्री नयना देवी जी विस क्षेत्र में सीएम साहब उन योजनाओं को अपना बता कर चले गए जो कांग्रेस कार्यकाल में शुरू हुई हैं और मुकम्मल भी हुई हैं। मुख्यमंत्री ने एक भी नई ऐसी घोषणा न की जिससे लोग स्वयं को गौरवान्वित महसूस करते है। दो दिनों में सीएम महोदय बिलासपुर की लंबे समय से चली आ रही भाखड़ा विस्थापितों की समस्याओं पर वहीं घिसा पिटा बयान देकर चलते बने। लिहाजा इस दौरे को किसी भी लिहाज से बिलासपुर हित में नहीं कहा जा सकता। मुख्यमंत्री द्वारा फोरलेन मार्ग के किनारे टूरिज्म को बढ़ावा देने की बात पर जिलाध्यक्ष बंबर ठाकुर ने कहा कि भाजपाईयों द्वारा जब फोरलेन सड़क का काम बंद करवा दिया गया है तो टूरिज्म कहां से डेवेल्प होगा। जब से भाजपा सरकार आई है तब से फोरलेन सड़क का कार्य बंद पड़ा है तथा हजारों युवा सड़क पर आ गए हैं, ठेकेदारों की पेमेंटस कंपनी के पास फंसी है और कंपनी कार्यालय के बाहर ताले लटके हैं। इसी बीच एम्स पर दिए गए झूठे बयान भी जनता के गले नहीं उतर रहे हैं। चिकित्सकीय संस्थानों को स्तरोन्नत करने पर बंबर ठाकुर ने सरकार से कहा है कि बेहतर होता कि यहां पर चिकित्सकों की माकूल व्यवस्था करते। बीते कल ही भाजपा के प्रवक्ता के भाई के नवजात बच्चे को मुख्यालय पर स्थित अस्पताल में सुविधाओं के अभाव में अपनी जान गंवानी पड़ी है। बंबर ने कहा कि कांग्रेस कार्यकाल में अस्पताल में किसी को भी कोई परेशानी न थी, क्योंकि उन्हें काम लेना आता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपने दौरे के दौरान एक बार फिर बिलासपुर की जनता को छुनछुना थमा कर लौट गए। लेकिन आने वाले लोकसभा चुनावों में जिला वासी इसका करारा जबाव देने के लिए आतुर हैं।