भोंरज में दो दिवसीय ऐजूकेशनल फिल्म फेस्टिवल
फिल्मों को गांव के दर्शकों तक ले जाना और उन्हें ज्वलन सामाजिक मुद्दों के बारे में जागृत करने का अनूठा प्रयास
जनवक्ता ब्यूरो, हमीरपुर
फिल्मों को गांव के दर्शकों तक ले जाना और उन्हें ज्वलन सामाजिक मुद्दों के बारे में जागृत करने का अनूठा प्रयास भोंरज में दो दिवसीय ऐजूकेषनल फिल्म फेस्टिवल में देखने को मिला। यह समारोह कैरियर पॉइट यूनिवर्सिटि के ऑडिटारियम में हुआ जिसमें आसपास के अनेक गांवों से महिलाएं बच्चे , व ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधि शामिल हुए । भोरंज ब्लाक के कॉलेज व स्कूलों के बच्चे भी इस फेस्टिवल में प्रर्दशित की गई दर्जनों रोचक, ज्ञानवर्धक व सामाजिक सरोकारों से जुड़ी फिल्मों को देखने पहंचे;।
समारोह की ओपनिंग और क्लोजिंग में मण्डी के जाने माने फिल्म निर्माता व र्निदेशक राम पाल मलिक की फिल्म ‘एण्ड ऑफ द बिगनिंग के जरिए भू्रण हत्या जैसे मुद्दे को केन्द्र में रखकर निर्मित इस फिल्म नें आडियन्स की आखों को नम कर दिया। चार साल के अतंराल के बाद हमीरपुर जिले में यह दूसरा फिल्म समारोह था। समारोह के कोओर्डिनेटर राजेन्द्र राजन ने बताया कि देव कन्या ठाकूर की फिल्म ‘बीहाईण्ड द बारस ’ के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि हिमाचल की जेलों में सजायाफ्ता कैदियों को किस प्रकार सभ्य नागरिक बनाकर उन्हें सम्मान से जीने का अधिकार दिया गया है। कमलेश मिश्रा की फिल्म किताब’ डिजिटल युग में लाईब्रेरियांे के मृत प्रायः हो जाने की पीड़ा को व्यक्त करती है तो पाठकों को पुनः पुस्तकालयों की ओर लौटने की ओर प्ररित करती है। अनेक अन्य फिल्मों को भी भरे दर्शकों ने खूब सराहा जिनमें खातरियांः , विलुप्त होती जीवन रेखाएं , बंटिज ट्री, पंसद नापंसद , बूढ़ी दीवाली , माचिस है क्या , दोस्त आदि फिल्में शामिल हैं।
फिल्म समारोह में भोरंज ब्लाक के कुछ स्वंय सहायता समूहों ने अपने उत्पादों की प्रर्दशनी भी लगाई जिनमें महिलाओं ने मिठाईयां, सेपू बडि़यां , अचार की खूब विक्री की । दूसरी ओर भाषा व संस्कृति विभाग शिमला की ओर से लगाई गई पुस्तक प्रदर्शनी , और पहाड़ी चित्रकला के सोविनरों ने भी दर्शकों का मन मोहा । एक ही मंच पर फिल्मों के साथ साथ कला व संस्कृति ओर महिला सशक्तिकरण की नायाब झलक देखने को मिली। हिमाचल के चुनिन्दा फिल्म सेलिब्रिटिस का सम्मान भी राजेन्द्र राजन द्वारा किया गया। देव कन्या ठाकुर, पीयूष दयाल प्रसार, रामपाल मलिक , मेला राम शर्मा को अर्वाड आफ् एंक्सीलेंस से विभूषित किया गया तो हिमाचल के बाहर दिल्ली और हरिद्वार से आमंत्रित फिल्म निर्माता बीनू राजपूत और विक्रम सिंह को भी हिमाचली पंरपरा के अनुसार समृति चिन्ह और सर्टिफिकेट , और टोपी व मफलर से सम्मानित किया गया। फिल्म फेसटिवल को कामयाब बनाने वाले कैरियर पांईट यूनिवर्सिटी के छात्र छात्राओं को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।