स्वयं सहायता ग्रुप की महिलाओं के वाहन को हरी झंडी दिखाकर दिल्ली किया रवाना
बस में बैठ कर ग्रुप के साथ दो किलोमीटर आगे तक गए उपायुक्त
महिलाओं द्वारा बनाए गए प्रोडक्ट दिखाते उपायुक्त
अरुण डोगरा रीतू
मुख्य संपादक
राष्ट्रीय ग्रामीण आजिविका मिशन के तहत अब महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। जिला बिलासपुर की महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पाद अब न केवल जिला अथवा राज्य में बिक्री होंगे अपितु राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बनाने में अपने पग बढ़ा रहे हैं। यह बात उपायुक्त विवेक भाटिया ने राष्ट्रीय आजिविका मिशन के तहत जिला बिलासपुर के 21 स्वयं सहायता गु्रपों की लगभग 50 से भी अधिक महिलाओं को दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित होने वाले 10 दिवसीय आजिविका मेले में भाग लेने से पूर्व महिलाओं को प्रोत्साहित करते हुए कही। उन्होंने स्वयं सहायता ग्रुप की महिलाओं के वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
उन्होंने बताया कि गत् बर्ष से जिला के विभिन्न छोटे-छोटे स्वयं सहायता समूहों को एकत्रित करके विस्तृत जिला स्तरीय व्यास प्योर फैडरेशन बनाने की परिकल्पना की गई थी जो दस्तावेजी कार्यवाई, ब्राडिंग, पैकेजिंग, प्रचार व प्रसार के अलग-अलग पड़ाव से होती हुई अब इस मुकाम पर पहुंची है कि इसे राष्ट्रीय स्तर के मेले में भाग लेने के मापदंडों को पूर्ण करके इस स्तर पर पहुंचेे हैं कि आज जिला के इस समूह को राष्ट्रीय मेले में भाग लेने का प्रथम अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि इस प्रोत्साहित भ्रमण से जिला कि उन्नत और उद्यमशील स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को अपने उत्पादों को राष्ट्रीय पटल पर प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह समूह आजिविका मेले में देश भर से आए अन्य समूहों से उत्कृष्ट उत्पाद निर्माण के लिए ज्ञान व नई जानकारियां हासिल करेगा तथा वहां से प्राप्त नए अनुभवों के बल पर व्यास प्योर के उत्पादों में और अधिक निखार लाकर राष्ट्रीय स्तर के उत्पादों की श्रेणी में शामिल होने के लिए प्रयास करेगा। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय आजिविका मिशन के तहत प्रदेश को 3 स्टाल आंवटित किए गए हैं जिसमें जिला कि चार महिलाएं व्यास प्योर फैडरेशन द्वारा तैयार किए गए उत्पादों को प्रदर्शित करने के साथ-साथ बिक्री भी करेंगी।
उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त जिला बिलासपुर वासियों के लिए भी एक स्वर्णिम अवसर होगा जब देश भर के स्वयं सहायता समूह 17 मार्च से 27 मार्च तक बिलासपुर में आयोजित होने वाले सरस मेले में एकत्रित होकर अपने उत्पादों को प्रदर्शित करेंगे। उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न क्षेत्रों की लोक कलाओं व पारम्परिक उत्पादों को एक ही छत के नीचे देखने का अवसर प्राप्त होगा। उन्होंने सरस मेले के संदर्भ में जानकारी देते हुए बताया कि अब तक इस प्रकार के मेले का आयोजन प्रदेश में अन्तर्राष्ट्रीय मेलों के दौरान ही होता था लेकिन यह प्रथम अवसर है जब कि जिला बिलासपुर को भी सरस मेले के आयोजन करने का सुअवसर प्राप्त हुआ है।
इस अवसर पर बीडीओ गौरव धीमान के अतिरिक्त विभिन्न स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं, पंचायत प्रतिनिधियों सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।