जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
भारत निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों के अनुसार विधानसभा क्षेत्र घुमारवीं(47) मे मतदाताओं को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और वीवीपैट के बारे में जागरूक करने के उद्देश्य से 14 फरवरी 2019 से 1 मार्च 2019 तक 15 दिवसिय जागरूकता अभियान चलाया गया। यह जानकारी उपमंडल अधिकारी नागरिक व सहायक निर्वाचन अधिकारी घुमारवीं शशि पाल शर्मा ने दी। उन्होंने बताया कि इस जागरूकता अभियान के तहत 5 टीमों का गठन किया गया था। उन्होंने बताया कि प्रत्येक टीम में दो ईवीएम मास्टर ट्रेनर सहित तीन व्यक्ति तैनात किए गए थे। उन्होंने बताया कि विधानसभा क्षेत्र के 111 पोलिंग स्टेशनों के तहत कुल 222 गांव को इस अभियान के तहत कवर किया गया और लोगों को वीवीपैट और इलेक्ट्रॉनिक मशीन का प्रयोग कर वोट डालने बारे जागरूक किया गया । उन्होंने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा हिमाचल प्रदेश में पिछले चुनावों से ही इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के साथ वीवीपैट मशीन का प्रयोग किया जाना शुरू किया गया है ताकि मतदाता को यह सुनिश्चित हो सके कि जिसे उसने वोट दिया है उसका मत उसी उम्मीदवार को मशीन में दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि वीवीपैट मशीन द्वारा प्रत्येक मत पर एक स्लिप प्रिंट की जाती है जिस पर उम्मीदवार का नाम प्रिंट होकर निकलता है और मतदाता पर्ची को देखकर यह सुनिश्चित कर सकता है कि वोट किसे दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत विभिन्न स्थानों पर लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन मे वोट डालकर वीवीपैट मशीन पर निकलने वाली पर्ची को देखकर यह सुनिश्चित किया कि उनका वोट उसी उम्मीदवार को दिया गया है जिसे उन्होंने वोटिंग मशीन पर बटन दबाकर चिन्हित किया था।
उन्होंने बताया कि इस अभियान के दौरान शैक्षणिक संस्थानों जैसे कॉलेजों औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान मे भी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और वीवीपैट बारे युवाओं को जागरूक किया और साथ ही उनसे आह्वान किया की ऐसे युवा जिनकी उम्र 1 जनवरी 2019 को 18 वर्ष पूर्ण हो चुकी है या ऐसे मतदाता जो किसी कारणवश अभी तक अपना मतदाता पहचान पत्र नहीं बनवा पाए हैं, वह अपने बीएलओ से मिलकर फॉर्म नंबर 6 भरकर अपना वोट बना सकते हैं ताकि आने वाले लोकसभा चुनावों में अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें।