जनवक्ता डैस्क, बिलासपुर
हिमाचल प्रदेश भूतपूर्व सैनिक कल्याण एवं विकास समिति के अध्यक्ष कैप्टन बालक राम शर्मा ने कहां है कि सबूत मांग कर सैनिकों का अपमान ना करें । बिलासपुर से जारी एक बयान में उन्होंने कहा कि राजनीति के कई और तरीके हैं । इस तरह की बयान बाजी करके सैनिकों को मजबूर न किया जाए कि सैनिक भी राजनीतिक भाषा का इस्तेमाल करने को मजबूर हो जाए । उन्होंने कहा कि सेना पर राजनीति नहीं होनी चाहिए । सेना देश की शान है और सेना ही देश की जान है । उन्होंने सबूत मांगने वाले नेताओं को खुला चैलेंज किया कि पहले बॉर्डर पर जाओ सर्जिकल स्ट्राइक में शामिल हो उसके बाद सबूत अपने आप मिल जाएंगे । इस तरह गद्दारी की भाषा नहीं बोली जानी चाहिए । उन ने कहा कि कुछ राजनीतिक दल सेना से सबूत मांग रहे हैं । दिग्विजय सिंह हो या ममता बनर्जी हो सारा देश जानता है और देख भी रहा है । यह भाषा किसी गद्दारी से कम नहीं । उन्होंने कहा कि अभिनंदन एक वास्तव में सबूत है । 1947 से लेकर 2019 तक के सेना का इतिहास किसी से छिपा नहीं है । फिर भी सबूत मांग रहे हैं । उन्होंने कहा कि यह अपनी औकात दिखा रहे हैं। शर्मा ने कहा कि यह मन के काले से काले और वाणी से भी काले हैं राजनीति के अंधे होकर उनकी सोच भी काले हो चुकी है । उन्होंने कहा कि अगर इतना ही सबूत की आवश्यकता है तो यह ऐलान करें कि सर्जिकल स्ट्राइक में जाएंगे और वहां पर दुश्मन से लोहा लेंगे। ऐसी कोठियों में बैठ कर सबूत नहीं दिए जाते । उन्होंने कहा कि सेना आज किस दौर से गुजर रही है इस बात के बारे में एक सैनिक ही जानता है लेकिन इन महलों और एयर कंडीशन कमरों में बैठने वाले सैनिकों का दर्द नहीं समझ सकते इसलिए सेना का अपमान ना करें।