भाजपा नेता इस प्रकार की ओच्छी हरकतों से बाज आएं
बबखाल पुल को लेकर जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे विधायक
जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
पूरे प्रदेश में यदि विकास की बयार बही है तो वह सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस की सरकार के कार्यकाल में बही है। लेकिन कांग्रेस के कार्यों को अपना गिनान भाजपा नेताओं की आदत सी बन गई है। बबखाल पुल निर्माण पर स्थानीय भाजपा विधायक जेआर कटवाल की मिथ्या कदमताल का जबाव देते हुए यह बात प्रदेश कांग्रेस सचिव विवेक कुमार ने कही । वे बुधवार को बरठीं विश्राम गृह में पत्रकारों से रूबरू हुए। भाजपा के नुमाईंदों से कुछ काम तो होता नहीं है इसलिए वे आए दिन इस प्रकार के प्रपंच न सिर्फ बिलासपुर बल्कि पूरे प्रदेश में छोड़कर सुर्खियों में बने रहने के लिए करते रहते हैं। झंडूता विधानसभा क्षेत्र भी इससे अछूता नहीं है। ऐसे में क्या जनता को बोध नहीं है कि कौन से काम किस सरकार की देन है। भाजपा नेता इस प्रकार की ओच्छी हरकतों से बाज आएं अन्यथा इन्हीं लोक सभा चुनावों में उन्हें धरातल की सच्चाई का पता चल जाएगा। । विवेक कुमार ने कहा कि जीत राम कटवाल बबखाल पुल को लेकर जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं। पुल का श्रेय भाजपा लेने की फिराक में हैं लेकिन उन्हें यह बोध नहीं है कि यह क्षेत्र पिछड़ा जरूर है लेकिन अनपढ़ नहीं है। विवेक कुमार ने स्मरण करवाया कि वर्ष 2005 में जनता की पुरजोर मांग को देखते हुए तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने इस पुल की आधारशिला रखी थी तथा उस समय 32 करोड़ रूपए पुल के लिए स्वीकृत किया था। उसके बाद 2008 तक 21 करोड़ रूपए पुल के निर्माण पर खर्च किए गए थे। उन्होंने बताया कि पुल का काम कर रही गैमन कंपनी द्वारा तकनीकी खराबी के चलते पुल का निर्माण रोक दिया था। तब प्रदेश में भाजपा की सरकार थी लेकिन भाजपा सरकार ने इस पुल के कार्य को आगे बढ़ाने के लिए कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। विवेक कुमार ने बताया कि 2016 में कांग्रेस की सरकार में लोक निर्माण विभाग व गैमन कंपनी के अधिकारियों की एक संयुक्त बैठक हुई जिसमें कंपनी ने माना कि बजट के अभाव में कार्य रोका गया था जबकि 14 करोड़ रूपए तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने पुल निर्माण के लिए दिया। मार्च 2017 में इस का कार्य एक बार फिर से शुरू किया गया। उन्होंने बताया जल भराव से पूर्व कंपनी द्वारा तीन पिल्लर बन कर तैयार कर लिए गए थे। ऐसे में इस पुल को लेकर तमाम एक्सरसाईज कांग्रेस ने की है। पुल निर्माण के लिए पूरा श्रेय कांग्रेस सरकार को जाता है लेकिन एक-डेढ़ साल के कार्यकाल में हर मोर्चे पर विफल साबित हुए वर्तमान विधायक इस पुल का श्रेय लेने की फिराक में है तथा आए दिन नए शिगूफे छोड़कर जनता में हंसी का पात्र बन रहे हैं। उन्होंने बताया कि अब लोकसभा चुनावों की रणभेरी बज चुकी है तथा हमीरपुर संसदीय सीट से भाजपा संभावित उम्मीदवार की हालत भी उनके पिता श्री की तरह होने वाली है। लिहाजा स्थानीय विधायक पर बन रहे दबाव को सहजता से समझा जा सकता है। लेकिन विधायक को भी तथ्यपरक बात करनी चाहिए जो कि हजम भी हो सके। उन्होंने कहा कि इन आम चुनावों में मोदी सरकार का भ्रम भी बड़ी आसानी से टूटेगा। पत्रकारवार्ता में ब्लॉक कांग्रेस महासचिव राजकुमार कौशल, राकेश मैहता, सेवानिवृत कर्मचारी कांग्रेस प्रकोष्ठ के महासचिव कर्मदेव शास्त्री, युकां सचिव हमीरपुर नरेश कुमार, गजेन्द्र सिंह चंदेल, अंजय डोगरा, ओंकार चौधरी, सहित अन्य पार्टी कार्यकर्ता शामिल रहे।