सरस्वती विद्या मंदिर कन्या उच्च निहाल के प्रांगण में 26 को
जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
गर्भस्थ शिशुओं को ही उच्च संस्कार मिलें व नवजात बच्चे भी संस्कारों को ग्रहण करें इस दृष्टि से श्रेष्ठ संतान की प्राप्ति हेतु समाज प्रबोधन कार्यक्रम के तहत सरस्वती विद्या मंदिर कन्या उच्च निहाल के प्रांगण में भव्य संगीतमय समर्थ शिशु श्रीराम कथा का आयोजन किया जा रहा है। चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी यानी 26 मार्च से यह कथा आरंभ होगी व कथा का समापन 30 मार्च को होगा। कथा प्रतिदिन सायं 2 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगी। उज्जैन-मध्यप्रदेश के पंडित श्याम स्वरूप मनावत अपने मुखार बिंद से श्रीराम कथा का गुणगान करेंगे। इस कथा कार्यक्रम में 26 मार्च को सुबह 11 बजे बिलासपुर शहर स्थित श्रीलक्ष्मी नारायण मंदिर से कलश यात्रा निकलेगी एवं दोपहर 2 बजे से नवदंपति शिक्षण प्रारंभ होगा। 27 मार्च को गर्भवती शिक्षण यानी र्ग्भ के 9 माह के दौरान माता का आचार-विचार, विहार आदि पर प्रशिक्षण होगा। 28 मार्च को एक वर्ष तक के शिशुओं के लालन-पालन व 29 मार्च को 1 से 3 वर्ष तक के शिशुओं की देखभाल व संस्कार देने हेतु माताओं का प्रशिक्षण तथा 30 मार्च को 3 वर्ष से 5 वर्ष तक की आयु के शिशुओं की माताओं का प्रशिक्षण होगा। इस विशेष श्रीराम कथा आयोजन समिति में शामिल इंद्र सिंह डोगरा, रोशन लाल ठाकुर ने सभी लोगों से आह्वान किया कि वे सपरिवार इस 5 दिवसीय सर्म्थ शिशु राम कथा में अवश्य भाग लें ताकि देश की आने वाली पीढ़ी र्स्वांगीण विकास की ओर आगे बढ़े।