सांस्कृतिक दलों, महिला मण्डलों और लोक कलाकारों ने दी प्रस्तुतियां
जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
प्राचीन लोक सांस्कृतिक को संजोए रखने के लिए लोक कलाकार अपनी अहम भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं। कलाकार प्राचीन लोक सांस्कृतिक विरासत को भावी पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए एक सेतु के रूप में कार्य करते है। यह उद्गार उपायुक्त एंव अध्यक्ष राज्य स्तरीय नलवाडी मेला विवेक भाटिया ने राज्य स्तरीय नलवाड़ी मेले में कहलूर लोकोत्सव में जिला स्तरीय सांस्कृतिक प्रतियोगिता में पारितोषिक वितरण समारोह के पश्चात् प्रकट किए। उन्होंने कहा कि अथक मेहनत, सर्मपण, त्याग और आस्था से प्राचीन लोक सांस्कृतिक धरोहर को आधुनिक युग तक सहेजने वाले लोक कलाकारों को उत्कृष्ट मंच और सम्मान मिले इसके लिए निरन्तर प्रयास जारी है ं
उन्होनें कहा कि प्राचीन लोक सांस्कृतिक विरासत को आधुनिक युग की नई पीढी अथवा युवाओं से रू-ब-रू करवाना अत्यन्त जरूरी है इससे न केवल उन्हें प्राचीन लोक कलाकारों की उत्कृष्ट रचनाओं की जानकारी ही मिलेगी बल्कि विराट लोक सास्ंकृतिक धरोहर के दर्शन भी होगें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आयोजित होने वाले मेले एवं त्यौहार और पर्व प्राचीन परम्पराओं को युवा पीढ़ी तक पहुचाने में महत्वपूर्ण होते है।
इस अवसर पर जिला स्तरीय लोक नृत्य प्रतियोगिता में 15 सांस्कृतिक दलों व महिला मंडलों ने भाग लिया। जिसमें बिलासपुर का लक्ष्मी डांस गु्रप प्रथम, महिला जागृत सोसाईटी कल्लर औहर का सांस्कृतिक दल द्धितीय और महिला मंडल छिबरी तीसरे स्थान पर रहा।
जिला भाषा अधिकारी ने बताया कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों में जिला के लगभग 32 से भी अधिक सांस्कृतिक दलों, महिला मण्डलों, व लोक कलाकार अपनी प्रस्तुतियां दी। उन्होनें जानकारी देते हुए बताया नलवाडी मेला केहलूर लोकोत्सव में लोकोत्सव में 350 से भी भाग लिया। लोकोत्सव में स्थानीय कलाकारों की विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां लोगों का भरपूर मनोंरजन करने में सफल रही। इस दौरान जहां स्थानीय कलाकारों ने अपनी सुरीली आवाज का जादू बिखेरा वहीं लोक नृत्य के माध्यम से स्थानीय प्राचीन लोक संस्कृति को प्रदर्शित भी किया। उन्होंने बताया कि महिला मण्डल नैना चलैली, सांइ फरड़ेया, दुर्गा महिला मंडल, महिला मंडल कंजयोटा, संतोषी स्वयं सहायता समूह, समलाह हटवाड़, मंडी माणवा से नैहा एवं सहेलियां, महिला मंडल दौला ब्राहमणा, कल्पना एंड पार्टी लखनपुर, वैश्णवी कोठीपुरा, गांव बकैण से कौशल्या देवी, महिला मंडल तलसरी, देवली से चिंता देवी, महिला मंडल भंजवाणी, जै संतोषी स्वयं सहायता समूह चांदपुर, विजेता महिला मंडल चांदपुर, शिवा महिला मंडल सायर डोबा, जालपा महिला मंडल भजवाणी, जयचंद चकली, पुष्पा देवी एवं सहेलियां, शैहर-चैहड़, क्रंाती महिला मंडल चंगर पलासनी, नीलम कुमारी बध्यात, नीवा शर्मा मंडलोहू, महिला ंडल सांई ब्राहमणा, महिला मंडल कनौण, दौला ब्राहमणा से अनन्या, तरेड़घट से कौशल्या देवी द्वारा संस्कार गीत, लोक गीत, लोक नाटय, समूह गान, एकलगान व लोक नृत्य आदि की प्रस्तुतियां देकर खूब तालियां बटोरी।
जिला स्तरीय लोक नृत्य प्रतियोगिता महिला मंडल जंगल बैहरन, नैयना महिला मंडल बैहना ब्राहमणा, लक्ष्मी डांस ग्रुप बिलासपुर, राधेश्याम महिला मंडल खन्न, महिला जागृति सोसाईटी कल्लर औहर, महिला मंडल चकली, महिला मंडल तरेड़, महिला मंडल साई ब्राहमणा, महिला मंडल बाला भुडड, सरस्वती महिला मंडल मनण, महिला मंडल छिबरी, प्रगतिशील महिला मंडल खुंगारे, अमरज्योती सांस्कृतिक दल घुमारवीं, महिला मंडल कंजयोटा ने भाग लिया।