कांग्रेस की लड़ाई अब एक दूसरे का वजूद को खत्म करने पर पहुंची
जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भाजपा पर टिप्पणी करने से पूर्व वह अपने घर की लड़ाई पर ध्यान दें क्योंकि उनके प्रदेश अध्यक्ष बनने के पश्चात् से कांग्रेस की लड़ाई सिर फुटब्वल से बढ़कर अब एक दूसरे का वजूद को खत्म करने पर पहुंच गयी है। मण्डी में वीरभद्र और सुखराम के बीच की लड़ाई, कांगड़ा में सुधीर, बाली व पवन काजल बीच का अर्न्तद्वन्द व हमीरपुर मे सुख्खू, मुकेश और राजेन्द्र राणा के बीच का घमासान प्रदेश में कांग्रेस का वजूद ही खत्म कर देगें। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि क्रेन्दिय सहायता न मिलने के कांग्रेस नेताओं के बयानो की खिल्ली उड़ाते हुये कहा कि मोदी सरकार ने केन्द्रिय सहायता को 32 से 42 प्रतिशत, प्रदेश के विशेष राज्य के दर्जे की बहाली, प्रदेश मे राष्ट्रीय उच्च मार्ग मे वृद्धि, रेलवे के विस्तारीकरण व प्रदेश में एम्स जैसी कई महत्वपूर्ण योजनाओ की शुभारम्भ किया है। इसके विपरीत कांग्रेस के शासनकाल मे प्रदेश विकास की दोड़ में 20 वर्ष पीछे चला गया था। हालत यहां तक खराब हो चुके थे कि आद्योगिक विकास मे प्रदेश दूसरे से फिसल कर 17 वें स्थान पर पहुंच गया था और, आये दिन महिलाओं और बच्चों के प्रति बढ़ते हुये अपराधो से पूरे देश भर में हिमाचल का नाम कांग्रेस नेताओं ने बदनाम करके रख दिया था। सरकारी अधिकारीयों की गाड़ियों से ड्रग्स मिल रही थी। भाजपा नेता ने कहा कि लोकसभा चुनाव के सम्भावित परिणामो से घबराये कांग्रेसी नेता वैसे मैदान छोड़ रहे है जैसे जहाज डूबने की आशंका से चूहे सबसे पहले भागते हैं। नेताओं के साथ-साथ कांग्रेस कार्यकर्ता भी इस बात से दुःखी है कि उनको केन्द्रिय नेतृत्व से लेकर प्रदेश नेतृत्व तक भ्रष्टाचार के आरोपों में जमानत पर है और इससे भी ज्यादा हैरानी की बात है कि भ्रष्टाचार मे आकंठ डूबे कांग्रेसी नेता भ्रष्टाचार मिटाने की बात करते है। पिछले पांच वर्षों मे मोदी जी के शासन से प्रदेश की जनता भली भान्ति यह समझ चुकी है कि वर्तमान परिस्थितियों मे एक विकल्प नरेन्द्र मोदी है और प्रदेश की जनता पुनः 2014 का इतिहास दोहरायेगी।