बुजुर्गों, दिव्यांगों और गर्भवती महिलाओं को दर्शन के लिए नहीं लगना पडेगा लाईनों में
खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता व स्वच्छता का नियमित होगा निरिक्षण – अनिल चौहान
यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए बनाया गया है ट्रैफिक प्लान – सजंय शर्मा
जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
उत्तर भारत के प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्री नैना देवी जी के दर्शनों के लिए बुजुर्गों, दिव्यांगों और गर्भवती महिलाआंे को लाईन में न लगना पडें इसके लिए व्यापक प्रयास किए जाएंगें। यह जानकारी आयुक्त श्री नैना देवी जी मंदिर एंव उपायुक्त बिलासपुर विवेक भाटिया ने 6 अप्रैल से 15 अप्रैल तक लगने वाले चैत्र मेला 2019 के प्रबन्धों के लिए आयोजित बैठक में दी। उन्होनें कहा कि श्री नैना देवी जी के दर्शनों के लिए बुजुर्गों, दिव्यांगों और गर्भवती महिलाआंे के लिए घवाण्डल व मातृशरण में दो सहायता डैस्क स्थापित किए जाएंगें। उन्होनें कहा कि घवाण्डल से उन्हें लाने के लिए वाहन की भी व्यवस्था की जाएगी। उन्होनें बताया कि प्रत्येक बुजुर्ग, दिव्यांग और गर्भवती महिला के साथ उनके परिवारों का एक-एक सदस्य भी साथ रह सकेगा तथा मंदिर न्यास के स्वंयसेवी उन्हें माता के दर्शन करवाने में सहयोग करेगें।
उन्होनें कहा कि श्री नैना देवी जी के दर्शनों के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को हर सम्भव सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए जिला प्रसाशन व मंदिर न्यास भरपूर प्रयास करेगा ताकि स्थानीय व बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कोई भी कठिनाई का सामना न करना पडे। उन्होनें कहा कि मेले के सफल आयोजन के लिए मेला अधिकारी, उप मण्डलाधिकारी ना. श्री नैना देवी जी स्थित स्वारघाट तथा उप मण्डल पुलिस अधिकारी श्री नैना देवी जी पुलिस मेला अधिकारी होगें। उन्होनें कहा कि मेले में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए मेला क्षेत्र को 9 भागों में विभाजित किया जाएगा जिनमें 5 सैक्टर अधिकारी अथवा इन्चार्ज नियुक्त किए जाएंगे।
उन्होने यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि टोबा, घवाण्डल व रोपवे के समीप यातायात बैरियर स्थापित किए जाएंगें। उन्होनें बताया कि केवल नियमित रूट वाली बसों को ही नए बस अड्डे तक जाने की अनुमति होगी, टोबा से घवाण्डल तक लोगों की सुविधा के लिए अतिरिक्त बसों की भी व्यवस्था की जाएगी। उन्होने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विभिन्न स्थलों पर निर्धारित पार्किगं शुल्क व टैक्सी किराया के बोर्ड स्थापित किए जाएंगें ताकि किसी भी स्तर पर श्रद्धालुओं से अधिक वसूली न की जाए। उन्होने कहा कि चैत्र मेले के दौरान श्रद्धालुओं को समुचित स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए व्यापक प्रयास किए जाएंगे। उन्होने कहा कि मेला क्षेत्र में 5 स्थलों पर स्वास्थ्य सहायता कक्ष स्थापित किए जाएंगें।
इस अवसर पर मेला अधिकारी व उप मण्डलाधिकारी ना. स्वारघाट अनिल चैहान ने बताया कि मेले के दौरान सफाई व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए 30 अतिरिक्त सफाई कर्मचारी नियुक्त किए जाएंगे जबकि अन्य विभिन्न कार्यो के निष्पादन हेतु 130 अस्थाई कर्मचारी अपनी सेवाएं देगें। उन्होंने कहा कि मंदिर के भीतर प्रसाद ले जाने की अनुमति नहीं होगी, नारियल, हलवा व सूखा प्रसाद मंदिर के बाहर ही एकत्रित किया जाएगा तथा दर्शनों के पश्चात् श्रद्धालुओं को वापिस सौंप दिया जाएगा। उन्होनें कहा कि मेला अधिकारी की अनुमति बिना कोई भी लगंर नहीं लगा पाएगा। उन्होनें कहा कि लंगर की सफाई व्यवस्था की रिपोर्ट सम्बन्धित सैक्टर अधिकारी/इन्चार्ज मेला अधिकारी को देना सुनिश्चित बनाएंगें। उन्होने कहा कि सम्बन्धित विभाग के अधिकारी सभी दूकानों में रेट लिस्ट चैक करना सुनिश्चित बनाएंगें ताकि श्रद्धालुओं से निर्धारित दाम से अधिक पैसे न वसूले जा सकें। उन्होने कहा कि खाद्य एंव नागरिक आपूर्ति, चिकित्सा विभाग के अधिकारी दूकानों व लंगरों में बिक्री व वितरित किए जाने वाले खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता व स्वच्छता का नियमित निरिक्षण करेंगें।
इस अवसर पर उप पुलिस अधीक्षक संजय शर्मा ने बताया कि चैत्र मेले के दौरान श्री नैना देवी के दर्शनों के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए व्यापक रूप से ट्रैफिक प्लान बनाया गया है। उन्होनें कहा कि पुलिस कर्मचारियों के अतिरिक्त गृह रक्षा विभाग के जवान व स्ंवयसेवी अपनी सेवंाए देगें। उन्होनें कहा कि विभिन्न स्थलों पर सूचना केन्द्रों के माध्यम से श्रद्धालुओं से बिछडे साथियों को मिलाने के लिए आवश्यक उद्घोषणाओं के अतिरिक्त खोया-पाया स्थल भी निर्धारित किए जाएंगें।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी राजीव कुमार, कमांडेंड होमगार्ड अजय बोध, एमओएच. डा. परविन्द्र सिंह, मंदिर अधिकारी दूर्गा दास यादव, जिला आयुर्वेदिक अधिकारी जय गोपाल शर्मा, अधिशाषी अभियंता आईपीएच. अरविंद वर्मा, लोक निर्माण विभाग एमएस. गुलेरिया, जिला भाषा अधिकारी नीलम चन्देल, प्रधान ग्राम पंचायत टोबा राम दास के अतिरिक्त सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।