जनवक्ता डेस्क बिलासपुर
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी द्वारा जारी किया गया घोषणा पत्र देश की सुरक्षा पर क्रूरतम प्रहार है। यह घोषणा पत्र देश की एकता एवं अखण्डता के विरूद्ध कांग्रेस का घातक ऐजेण्डा है। उन्होनें कहा कि देश की जनता ने कभी कल्पना भी नहीं की होगी कि एक दिन देश की सबसे पुरानी पार्टी देशद्रोहियों और अलगावादियों के साथ खड़ी हो जाएगी। कांग्रेस के घोषण पत्र में किए गए वायदों को देखकर लगता है कि यह घोषणा पत्र कांग्रेस पार्टी द्वारा न बनाकर अलगाववादियों द्वारा देश की अखण्डता के विरूद्ध एक शपथ पत्र है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में देशद्रोह की धारा 124ए हटाने वायदा करके यह सुनिश्चित कर दिया है कि कांग्रेस का हाथ अब देशद्रोहियों के साथ है। इसी तरह सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (अफस्पा) को हटाने का अर्थ है कि सेना के पास से आतंकियों पर प्रहार करने के हथियार छीन लिए जाएं। कांग्रेस को यह नहीं भूलना चाहिए कि मूल रूप से कांग्रेेस नेतृत्व ही जम्मू-कश्मीर के वर्तमान हालात का जिम्मेदार है। उनकी ऐतिहासिक भूल का खामियाजा आज पूरी घाटी ही नहीं पूरे देश को भुगतना पड़ रहा है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में देश की जनता ने कांग्रेस का असली रूप और रंग देखा है। कांग्रेेस नेताओं ने देश के सेनाध्यक्ष को कभी ’’सड़क का गुण्डा’’ कहा और कभी सेना के पराक्रम और शौर्य पर ही प्रश्न चिन्ह लगाने का कार्य किया। कांग्रेस एक तरफ शहीदों के बलिदान का अपमान करती रही तो दूसरी तरफ आतंकियों को ’’जी’’ और ’’साहब’’ के सम्बोधन से देशभक्तों का सिर शर्म से झुकाने का कार्य करती रही है।
प्रदेश मुख्यमंत्री ने कहा कि वोटों की ओछी राजनीति के लिए कांग्रेस ने देश की सुरक्षा को दाव पर लगाने का जो घिनौना खेल खेला है उसे देश की जनता भलीभांति समझ चुकी है और कांग्रेस को इसका खामियाजा लोकसभा चुनावों में भुगतना पड़ेगा।