मोदी और अमित शाह राजनीतिक रूप से असहमत नेताओं और पार्टियों को कथित राष्ट्र विरोधी बताने से नहीं हिचकिचाते
राजनीतिक संवाददाता, जनवक्ता बिलासपुर
यहाँ कांग्रेस पार्टी के प्रमुख नेता एवं पूर्व विधायक तथा पार्टी के जिला अध्यक्ष बंबर ठाकुर ने मोदी और अमित शाह के कथित षडयंत्रों से अब तक पार्टी की मुख्य धारा से पीछे धकेल दिये गए भाजपा के वास्तविक निर्माता और आधार सतम्भ लालकृष्ण आडवाणी के ट्वीट पर जम कर प्रशंसा करने वाले प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा है कि क्या वे अपने से वरिष्ठ नेताओं के आदर्शों की केवल मात्र प्रशंसा और पूजा ही करते हैं या अब प्रधान मंत्री बन कर वे खुद और उनके नेत्रत्व वाली भाजपा उन पर अमल भी करती है ? क्यूँ कि पिछले पाँच वर्षों से आडवाणी जी के विचारों से बिलकुल उल्टा ही मोदी के राज में घटित हो रहा है | बंबर ठाकुर ने आडवाणी जी के वक्तव्य पर टिप्पणी करते हुए कहा कि सच्चाई यह है कि भाजपा का वास्तविक रूप –स्वरूप उसी समय समाप्त हो गया था जब अटल बिहारी बाजपेई का प्रधान मंत्रित्व काल समाप्त हो गया था और उन्हें भी आडवाणी की तरह ही अवहेलित और उदासीन होने को विवश कर दिया था | उन्होने कहा कि अब तो मोदी और अमित शाह तथा उनकी पार्टी के नेता उनसे राजनीतिक रूप से असहमत उन सभी नेताओं और पार्टियों को कथित राष्ट्र विरोधी बताने से जरा भी हिचकिचाते नहीं है और एक एक करके भारतीय लोकतन्त्र के साथ विविधता और अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता का सम्मान करने की बजाए उन्हें छिन्न भिन्न करने और भाजपा से मतभेद रखने वालों को डराने-धमकाने और उन पर सी बी आई और ई डी के माध्यम से झूठे केस घड़ कर मीडिया के माध्यम से बदनाम करने के कथित प्रयासों में ही व्यस्त रहते हैं | उन्होने कहा कि एक एक करके लोकतंत्र और संविधान के आधार सतम्भों – जुडीशियरी , चुनाव आयोग , और सी बी आई जैसी स्वतंत्र माने जाने वाली संस्थाओं की स्वतन्त्रता पर भी एक के बाद एक आघात किए जा रहे हैं |
बंबर ठाकुर ने पूछा कि क्या देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाली कांग्रेस पार्टी के नेता अब देश के दुश्मन बन गए हैं और क्या वे उग्रवादियों व अलगाववादियों से मिल गए हैं ? कि उन पर इस तरह के बेहूदे और बेतुके तथा बेसिर पैर के ,उनके नेता राहुल गांधी द्वारा भाजपा नेताओं के पाँव के नीचे से जमीन खिसका देने वाले घोषणा पत्र के प्रसारित करने के बाद से, आरोप लगाए जा रहे हैं | उन्होने कहाकि राष्ट्रवाद केवल भाजपा की ही बपौती नहीं है और अपने आप को अपने से असहमत होने वालों को राष्ट्र विरोधी बताने वाले केवलमात्र अपने दिमाग का दिवालियापन ही प्रकट कर रहे है और यह भी प्रमाणित करते हैं कि वे किस प्रकार लोकतंत्रीय पद्धति की ही नहीं बल्कि तानाशाही की मनोस्थिति से ग्रस्त है |
बंबर ठाकुर का कहना था कि जब से केंद्र में नरेंद्र मोदी प्रधान मंत्री बने हैं , उन्होने भाजपा के सभी आदेशों , नियमों व सिद्धांतों को एक एक करके तिलांजलि दे दी है और अपने पूर्व वरिष्ठ नेताओं अटल बिहारी बाजपेई और आडवाणी की प्रशंसा तो दिखावे के लिए अवश्य करते हैं लेकिन वे कभी भी उनके आदर्शों , सिद्धांतों तथा लोकतंत्रीय आचरण का पालन नहीं करते हैं , नहीं तो कोई कारण नहीं था कि पिछले पाँच वर्षों में भारत में विभिन्न वर्गों में धर्म – जाति के आधार पर और सत्ताधारी दल से भिन्न मत रखने वालों की सरेआम कथित हत्याएं और विघटवादी परिस्थितियाँ पैदा होती ,जिनका यह देश आज तक के इतिहास में प्रथम बार प्रत्यक्षदर्शी बन रहा है |