जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
अनुशासित हो कर अपने ज्ञान से भारत को फिर से विश्व गुरु बनाने का कार्य करें छात्रों को यह आह्वान स्वामी विवेकानंद राजकीय महाविद्यालय घुमारवीं के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में उच्च शिक्षा निदेशक, हिमाचल प्रदेश डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए अपने सम्बोधन में कही। उन्होने शिक्षा नीति की चर्चा करते हुए कहा कि उच्च शिक्षा का मतलब केवल डिग्री प्राप्त करना नहीं बल्कि आगे बढ़ते हुए और स्वामी विवेकानंद जी के विचारों के अनुरूप अपने लक्ष्य को हासिल करना चाहिए। उन्होने कॉलेज प्रशासन को कॉलेज में प्लेसमेंट और कैरियर मार्गदर्शन सैल के निर्माण का आह्वान किया और छात्रों का तीन वर्ष तक रेकॉर्ड को रखने के भी दिशा निर्देश दिए। उन्होने कहा कि यह सैल छात्रों को रोजगार व स्वरोजगार प्रदान करने के लिए कार्य करेगा। उन्होने शिक्षा विभाग की विभिन्न योजनाओं की भी विस्तृत चर्चा की।
डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा ने शिक्षा विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों से उपस्थित छात्रों, अभिभावक व अध्यापकों को अवगत करवाया। उन्होने बताया कि विभाग सी.वी. रमन वर्चुअल क्लासरूम कार्यक्रम के उन्तर्गत कॉलेज के छात्रों शिक्षित करने के लिए कार्या करेगा। उन्होने छात्रों का आह्वान किया कि वे कैरियर के बेहतर निर्माण के लिए प्रौद्योगिकी का सकारात्मक उपयोग करें।
इस मौके पर कॉलेज प्राचार्य प्रो. वसुंधरा राजन भारद्वाज ने वर्ष 2018-19 की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा नें सत्र के दौरान शैक्षणिक, खेलकूद, एन.सी.सी., एन.एस.एस., सांस्कृतिक एवं अन्य गतिविधियों में विजेता रहे छात्रों को पुरस्कार प्रदान किए। इस अवसर पर स्वामी विवेकानंद राजकीय महाविद्यालय घुमारवीं के विद्यार्थियों द्वारा आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया।
समारोह में डा राकेश भारद्वाज संयुक्त निदेशक शिक्षा, पूर्व शिक्षा निदेशक डॉ ओ.पी. शर्मा, पूर्व प्राचार्य एल.आर. शर्मा, प्रो. आर.डी शर्मा, डॉ. नित्तम चंदेल, प्रो. प्रीतम लाल, प्रो. नीलम शर्मा, डॉ. शिष्टा शर्मा व विद्यार्थियों के अभिभावक मौजूद रहे।