अभी भी लोग समझते है कि इस नेता को एक मौका दिया जाना चाहिए
दो राष्ट्रीय राजनीतिक दल संपर्क बनाए हुए हैं सुरेश चंदेल के साथ
जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
हिमाचल की हमीरपुर संसदीय सीट आज एक सबसे ज्यादा हॉट सीट बन चुकी है। कारण है पिछले लंबे समय से पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के बेटे अनुराग ठाकुर एक ही उम्मीदवार का होना। जो आज एक गहन राजनीतिक चर्चा का विषय बना हुआ है। इसका एक कारण है भाजपा व कांग्रेस के बीच तीसरा पक्ष। हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से तीन बार सांसद रहे सुरेश चंदेल ने दोनों ही राजनीतिक दलों से बात करनें के बाद कहा है कि वह बिलासपुर आकर अपने समर्थकों से बात करने के बाद ही अपने पत्ते खोलेंगे। अपनी ही पार्टी से नाराज चल रहे सुरेश चंदेल ने इस अनदेखी के कारण कांग्रेस हाईकमान से भी चर्चा की थी। सूत्रों के हवाले से पता चला है कि इस समय सुरेश चंदेल के साथ दो राष्ट्रीय राजनीतिक दल संपर्क बनाए हुए हैं और ऐसे में अगर चंदेल चुनाव लड़ते हैं तो भाजपा और कांग्रेस से नाराज वोट बैंक निश्चित रूप से उनके साथ चला जाएगा। यह भी सूचना मिली है कि इस समय कुछ लोग भाजपा और कांग्रेस से नाराज हैं और वह नोटा दबाने के चक्कर में हैं अगर सुरेश किसी अन्य दल से प्रत्याशी होते हैं तो नोटा दबाने वाले भी उनके साथ आ सकते हैं। सूत्र बताते हैं कि सुरेश चंदेल हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र के तहत सभी विधानसभा क्षेत्रों में अपने लिए वोट लेकर आएंगे और राजनीति का समीकरण जरूर बिगाड़ देगें। एक बात तो सीधी साफ है कि अभी भी लोग यह समझते है कि बिलासपुर के इस नेता को एक मौका दिया जाना चाहिए। अगर ऐसा होता है तो भाजपा के लिए घातक सिद्ध साबित होगा। हमीरपुर लोकसभा सीट के तहत हमीरपुर और ऊना जिलों में पांच-पांच और बिलासपुर में चार विधानसभा सीटें आती हैं। एक विधानसभा हलका मंडी जिले का और दो हलके कांगड़ा जिले के भी आते हैं। सुरेश चंदेल प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं और एक समय तो उन्हें हिमाचल का मुख्यमंत्री भी प्रोजेक्ट किया जाने लगा था। अगर देखा जाए तो हमीरपुर लोकसभा सीट भारतीय जनता पार्टी का गढ़ रही है। कांग्रेस ने रामलाल ठाकुर पर भरोसा जताया है जिन का मुकाबला सुरेश चंदेल से 1999 में और 2004 में हो चुका है और सुरेश चंदेल ने दोनों बार उन्हें पराजित किया था।