अभी तक भाजपा की सदस्यता नहीं छोड़ी
जनवक्ता ब्यूरो, बिलासपुर
हिमाचल प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा के पिता सुखराम और बेटे आश्चर्य के कांग्रेस में चले जाने के बाद धर्म संकट में फंसे अनिल शर्मा ने आखिरकार मंत्री पद से त्यागपत्र दे ही दिया। सूचना मिली है कि उन्होंने अपना त्यागपत्र मुख्यमंत्री कार्यालय को भेज दिया है । गौर रहे कि अनिल शर्मा के पुत्र आश्रय मंडी से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी हैं । इस घोषणा के उपरांत ही अनिल शर्मा पर त्यागपत्र देने का दबाव बढ़ गया था। यह भी पता चला है कि अनिल शर्मा ने अभी तक भाजपा की सदस्यता नहीं छोड़ी है। अनिल शर्मा 1 साल 3 महीने वे मंत्री पद पर रहे। इससे पहले वह भी कांग्रेस में थे और कांग्रेस में भी वह मंत्री रहे हैं विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा था आश्रय पहले भाजपा की टिकट पर मंडी से चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन पार्टी हाईकमान ने रामस्वरूप शर्मा को ही टिकट दिया। इस पर पंडित सुखराम और उनके पोते ने कांग्रेस ज्वाइन कर ली और मंडी सीट से चुनाव लड़ने को कांग्रेस टिकट हासिल कर लिया।इससे पहले अनिल शर्मा और भाजपा नेताओं के बीच वाक् युद्ध चलता रहा। बीते दिन भी अनिल भाजपा के खिलाफ मुखर हुए थे और खूब तंज कसे थे। कहा था कि मुख्यमंत्री और मंत्री बाई चांस बनते हैं, लेकिन नेता बनने में समय लगता है। अनिल शर्मा ने कहा था कि हिमाचल में वीरभद्र सिंह, पंडित सुखराम, शांता कुमार और प्रेम कुमार धूमल ही नेता हैं।