पंजाब नेशनल बैंक का 125 वां स्थापना दिवस आयोजित
जनवक्ता ब्यूरो, बिलासपुर
पंजाब नेशनल बैंक के 125 वें स्थापना दिवस पर सोलन जिले के कंडाघाट में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि देश के आर्थिक विकास में बैंक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
राज्यपाल ने कहा कि पी.एन.बी. देश का पहला स्वदेशी बैंक है, जिसका गौरवमयी इतिहास रहा है। राष्ट्र नायक लाला लाजपत राय ने अन्य देशभक्तों के सहयोग से इस बैंक की स्थापना की थी। उनकी सोच लोगों की आर्थिक स्थिति को मजबूत कर देश को विकास के पथ पर आगे बढ़ाने की थी। एक पवित्र सोच के साथ आगे बढ़ते हुए अनेक चुनौतियों का सामना करते हुए बैंक ने अपने को स्थापित किया और यह प्रसन्नता की बात है कि आज यह देश के अग्रणी बैंकों में शामिल है।
उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र के विकास का आधार उसकी आर्थिक स्थिति पर निर्भर करता है, जिस को दिशा देने का काम बैंकों द्वारा किया जा सकता है। इस दिशा में तैयार नीतियां ही राष्ट्र को विकास की ओर बढ़ाती हैं। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को अपने रोजगार को आगे बढ़ने में भी बैंक सहयोग कर सकते हैं। इससे युवा स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ेंगे, अन्यों को भी रोजगार दे सकेंगे, जिससे देश के आर्थिक विकास का रास्ता खुलेगा।
आचार्य देवव्रत ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में पीएनबी की सबसे अधिक शाखाएं हैं और कारपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी के साथ-साथ मानवीय दृष्टिकोण से सामाजिक कार्यों में भी सहयोग कर रहा है। यह लोगों का सहयोगी बैंक बनकर उभरा है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि भविष्य में भी बैंक अपने जन कल्याण के दायित्व को निभाते हुए आर्थिक रूप से विकास की दिशा में सहयोग करेगा।
इस अवसर पर राज्यपाल ने सामाजिक एवं आर्थिक क्षेत्र में कार्य कर रहे समाजसेवी, संस्थाओं एवं बैंक के उत्कृष्ट कर्मियों को सम्मानित भी किया। इनमें श्रीमती उमा बाल्दी, श्री सरबजीत सिंह बॉबी, अरावलि संस्था, श्री अरून त्रेहन, श्री अविनाश जैन तथा बैंक कर्मियों में श्री अंकुर श्रीवास्तव, श्री विरेन्द्र सेठी, श्री अनिल सिंह पठानिया, श्री नील चन्द, श्री धमेन्द्र कुमार शामिल थे।
इससे पूर्व, ज़ोनल मैनेजर, पंजाब नैशनल बैंक श्री दिनेश सक्सेना ने राज्यपाल का स्वागत किया तथा बैंक की उपलब्धियों एवं कार्यों की जानकारी दी।
इस अवसर पर, पीएनपी के इतिहास को दर्शाता लघु चलचित्र भी प्रदर्शित किया गया।
अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी, प्रसिद्ध पर्यावरण कार्यकर्ता रेमन मैगसेसे पुरस्कार से सम्मानित श्री राजेन्द्र सिंह तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।