जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस जम्मू कश्मीर को भारत से अलग करने के सपने देखने वालों के साथ खड़ी है। कांग्रेस की सहयोगी पार्टी नेशनल कांफ्रेस के देशद्रोही बयानों पर राहुल गांधी की चुप्पी और पाकिस्तान मीडिया में उनकी तारीफें इस बात का सबूत है कि देश की सबसे पुरानी पार्टी दिमागी-दीमक से ग्रस्त है। वह चाहती है कि जम्मू कश्मीर में अलग राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री नियुक्त किया जाए। जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत के अभिन्न हिस्से जम्मू कश्मीर को देशद्रोहियों और पाकिस्तान से बचान के लिए पुरजोर प्रयास कर रहे हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस जम्मू कश्मीर में नेशनल कांफ्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। नेशनल कांफ्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अबदुल्ला और उमर अबदुल्ला खुलेआम कह रहें है कि जम्मू कश्मीर में उन्हें अलग राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री चाहिए वरना यह राज्य देश से अलग हो जाएगा। वे धमकी देते हैं कि श्रीनगर में कोई तिंरगा पकड़ने वाला भी नहीं मिलेगा। हैरानी की बात है कि कांग्रेस अध्यक्ष के नाते राहुल गांधी इन बयानों को मूक समर्थन देते रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और उनके मित्र उमर अबदुल्ला एवं फारूख अबदुल्ला ने पहले सजि्र्ाकल स्ट्राइक और फिर पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक के सबूत मांग कर सेना के शौर्य पर सवाल उठाए थे। कांग्रेस अध्यक्ष ने भारतीय थल सेना अध्यक्ष को “गुंडा“ भी कहा था। उनके राजनीतिक साथी अबदुल्ला पिता-पुत्र भी लगातार सेना को जलील करते आ रहे हैं। भाजपा नेता का कहना है कि जम्मू कश्मीर के एक बड़े हिस्से को जवाहर लाल नेहरू ने प्रधानमंत्री रहते हुए बड़ी आसानी से पाकिस्तान के कब्ज़ें में जाने दिया था। उन्ही के कार्यकाल में पाकिस्तान ने कश्मीर का एक हिस्सा चीन को दान कर दिया था। अब कांग्रेस और अबदुल्ला की पार्टी मिलकर वहां एक ऐसी व्यवस्था लाना चाहते हैं जिससे कि यह राज्य भारत से अलग कर दिया जाए। लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ऐसा कभी नहीं होने देंगे। भाजपा का वादा है कि संविधान की धारा 370 और अनुच्छेद 35-ए को रद्द कर दिया जाएगा क्यांकि ये राष्ट्रीय एकता में बाधक है। लेकिन राहुल गांधी और अबदुल्ला परिवार न सिर्फ इन धाराओं को मजबूत करना चाहते हैं बल्कि देशद्रोह कानून को भी रद्द करने का वादा कर चुके हैं। देश की जनता अब ऐसी ताकतों को किसी भी कीमत पर सत्ता में नहीं आने देगी।