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मोदी सरकार ने 15 करोड़ लोगों को दिया रोजगार : भाजपा

Byjanadmin

Apr 17, 2019

भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवम जिला मीडिया प्रभारी ने कांग्रेस पर लगाए आरोप रोजगार के नाम पर कर रहे हैं जनता को गुमराह: तथ्यों सहित आंकड़े किए प्रस्तुत

जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
आज यहां जारी सयुंक्त प्रेस विज्ञप्ति में भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं चुनाव प्रभारी प्रवीण शर्मा और जिला मीडिया प्रभारी अंकुश दत्त शर्मा ने कांग्रेस पार्टी के नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह रोजगार के नाम पर देश को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि मोदी सरकार ने पिछले साढे 4 वर्षों में में में 15 करोड़ युवाओं को रोजगार दिया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के लोग भाजपा नेताओं के बयानों को जुमले का नाम देखकर लोगों को गुमराह करने का असफल प्रयास कर रहे हैं। अपने दावों को पुख्ता बताते हुए उन्हों ने जारी रिपोर्ट में बताया कि पिछले 4 साल के दौरान एमएसएमई सेक्टर में रोजगार के ज्यादा मौके पैदा हुए हैं। सीआईआई द्वारा जारी किए गए सर्वे के अनुसार मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान पिछले 4 साल में एमएसएमई में प्रति वर्ष लगभग 1.49 करोड़ नौकरियों का सृजन हुआ है। चार सालों में यही संख्या लगभग 6 करोड़ होती है।

उन्होंने क्षेत्रवार हर विभाग के आँकड़ों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इंडिया सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन ने पिछले 4 वर्षों में 268 मोबाइल हैंडसेट बनाने वाली इकाइयों ने 6.7 लाख नौकरियां सृजित की हैं। सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार पिछले 4.5 वर्षों में अकेले परिवहन क्षेत्र में 1.43 करोड़ जॉब सृजित हुए हैं।

उन्होंने कहा कि पर्यटन क्षेत्र में भी अपार नौकरियां दी गयी हैं। उन्होंने कहा कि पर्यटन मंत्रालय के अनुसार पिछले 4 वर्षों में पर्यटन क्षेत्र ने 1.42 करोड़ नौकरियां सृजित की गयी हैं।
वहीं प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम ने पिछले 4 वर्षों में 12.29 लाख से अधिक नौकरियां सृजित कीं गयी हैं।

आईटी और आईटीईएस क्षेत्र में मील रोजगार की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि नासकॉम के अनुसार, पिछले 3 वर्षों में आईटी और आईटीईएस क्षेत्र में 6 लाख नौकरियां सृजित हुई हैं। उन्होंने कहा कि इंटरनेशनल रिन्यूएबल एनर्जी एजेंसी के अनुसार अकेले 2017 में ही भारत के रिन्यूएबल सेक्टर में मेगा प्रोजेक्ट्स ने 1.64 लाख नौकरियां पैदा की गयी हैं। उन्होंने कहा कि जल संसाधन, नदी विकास और गंगा कायाकल्प मंत्रालय ने पिछले 4 वर्षों में 1 करोड़ लोगों को रोजगार प्रदान किया है।

स्वरोजगार के क्षेत्र की बात करते हुए उन्हों ने कहा कि पिछले साढ़े 4 वर्षों में मुद्रा योजना के माध्यम से 12 करोड़ लोगों को प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से लाभ हुआ है। यही नहीं पिछले 4.5 वर्षों में 1 करोड़ से अधिक लोगों ने प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना (पीएमआरपीवाई) का लाभ उठाया। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग ने पिछले 4 वर्षों में 4.90 लाख प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित किए हैं। मोदी सरकार के कार्यकाल में राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत पिछले 4 वर्षों में 787.55 करोड़ मानव दिन के रोजगार का सृजन किया गया है।
अंकुश दत्त शर्मा ने कहा कि ग्रामीण कौशल योजना ने 3.57 लाख नौकरियां और राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन ने पिछले 4 वर्षों में 3.23 लाख नौकरियां उत्पन्न की है। साथ ही राष्ट्रीय आर्थिक अनुसंधान परिषद (एनसीएईआर) की गणना के अनुसार, प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) से अब तक 6.07 करोड़ रोजगार सृजित हुए हैं।

उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे ने भी 1 लाख से अधिक सुरक्षा पदों और नई रेलवे परियोजनाओं के लिए भर्ती की है। पिछले 4.5 वर्षों में लगभग 2.22 लाख कॉमन सर्विस सेंटर खुले हैं, जिसने 6-8 लाख लोगों के लिए रोजगार पैदा किया है। रिएलिटी और कंस्ट्रक्शन सेक्टर ने पहले 3 वर्षों में 1.2 करोड़ लोगो को रोजगार पैदा किया है और आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार 2022 तक 1.5 करोड़ अतिरिक्त रोजगार का सृजन करेगा।

उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेताओं के अनुसार मोदी सरकार में रोजगार सृजन नहीं हुआ, किसी को नौकरी नहीं मिली, पर विभिन्न क्षेत्रों के आंकड़े बता रहे है कि 4½ वर्षो में 15 करोड़ से अधिक नौकरियों/रोजगार/स्वरोजगार का सृजन हुआ है। यह यह सारे तथ्य और आंकड़े जनता के सामने विपक्ष के नेताओं द्वारा बोले जा रहे झूठ की पोल खोलने के लिए काफी है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने बेरोजगारी की खाई को भरने की कोशिश करी है बल्कि वायदों से भी बढ़कर कहीं ज्यादा काम किया है जबकि बेरोजगारी का रोना रोने वाली कांग्रेस पार्टी ही असल में बेरोजगारी की जननी है।

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