आर्ट ऑफ लिविंग के अध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर ने रखा आश्रम का नींव पत्थर
आश्रम बनने से गांववासियों को नशे से मुक्ति मिलेगी, सबकी वृद्धि होगी और बेरोजगारी भी खत्म होगी : श्रीश्री रविशंकर
जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा के पालमपुर तहसील के गांव गुजरेहड़ा में आर्ट ऑफ लिविंग के अध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर ने आश्रम का नींव पत्थर रखा। यह हिमाचल का पहला केंद्र होगा। इससे पूर्व आश्रम स्थल पर पहुंचकर श्रीश्री रविशंकर ने चल रहे हवन यज्ञ में पूर्णाहुति डालकर हवन यज्ञ का समापन किया। वहीं श्रीश्री रविशंकर ने कहा कि यहां आश्रम बनने से गांववासियों को नशे से मुक्ति मिलेगी, सबकी वृद्धि होगी और बेरोजगारी भी खत्म होगी। श्रीश्री रविशंकर ने गुजरेहड़ा के प्रधान अनिल कुमार व उपप्रधान हरि राम को सम्मानित किया गया। वहीं उपस्थित श्रद्धालुओं ने गणेश बंदना, भोले शंकर, मां चामुंडा की भेंटे गाकर उपस्थित पंडाल को झूमने पर मजबूर कर दिया। श्रीश्री रविशंकर ने मंदिरों में प्लास्टिक के फूल और इसकी मालाएं चढ़ाने पर प्रतिबंध लगाने का सुझाव दिया है। चामुंडा मंदिर पहुंचे अध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर ने कहा कि प्लास्टिक पर्यावरण के लिए अच्छा नहीं है। ऐसे में मंदिरों में मां की मूर्ति पर प्लास्टिक के फूल और इसकी मालाएं अच्छी नहीं लगतीं इसलिए मंदिर में केवल सुगंधित फूल और इसकी मालाएं ही चढ़ानी चाहिए। श्रीश्री रविशंकर ने कहा कि यहां आश्रम बनने से जहां गांववासियों को नशे से मुक्ति दिलाई जाएगी वहीं ग्रामीणों के विकास और स्वरोजगार के लिए भी साधनों का विकास किया जाएगा। श्रीश्री रविशंकर ने गुजरेहड़ा के प्रधान अनिल कुमार और उपप्रधान हरीराम को सम्मानित किया। भूमि पूजन कार्यक्रम के बाद गुजरेहड़ा में भक्तों ने संकीर्तन कर माहौल भक्तिमय किया। गुजरेहड़ा के प्रधान अनिल कुमार ने बताया कि आर्ट ऑफ लिविंग आश्रम के लिए चाह्ड़ी गांव के शर्मा परिवार ने 135 कनाल भूमि दान की है। जल्द ही डाढ गांव के खटेहड़ से होते हुए केंद्र तक सड़क का निर्माण शुरु किया जाएगा। सड़क के लिए मंजूरी मिल गई है।