उपायुक्त को नहीं हटाया तो 27 अप्रैल को धरने पर बैठने को मजबूर
जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी ठाकुर रामलाल ने बिलासपुर में इलेक्शन कमिशन और जिला निर्बाचन अधिकारी उपायुक्त बिलासपुर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वह बिलासपुर में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे । उन्होंने कहा कि वीरवार को वह अपना नामांकन दाखिल करने जा रहे हैं और उनके प्रस्तावकों में हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व सांसद सुरेश चंदेल भी हैं। उन्होंने कहा कि जिला निर्बाचन अधिकारी उपायुक्त बिलासपुर भाजपा के प्रत्याशी अनुराग ठाकुर के एजेंट के रूप में कार्य कर रहे है। वर्तमान समय में बिलासपुर में आचार संहिता की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। अगर जल्द चुनाव आयोग ने यहां से उपायुक्त को नहीं हटाया तो वह चुनाव प्रचार छोड़कर 27 अप्रैल को धरने पर बैठने को मजबूर हो जाएंगे। ठाकुर राम लाल ने कहा कि उपायुक्त बिलासपुर हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से संबंधित नादौन के रहने बाले हैं । प्रदेश सरकार के इशारे पर चीफ सेक्रेटरी हिमाचल प्रदेश ने जिला निर्बाचन अधिकारी उपायुक्त बिलासपुर को हमीरपुर संसदीय क्षेत्र का लोकल होने के बाबजूद भाजपा एजेंट के रूप में बिठाया हैं। उन्होंने कहा कि जब चुनाव आयोग ने यह घोषणा की है की कोई भी उपायुक्त या एसडीएम जो स्थानीय होगा उसको बदला जाएगा । लेकिन उपायुक्त बिलासपुर को क्यों नहीं बदला गया बह हमीरपुर संसदीय क्षेत्र नादौन के रहने बाले हैं। उन्होंने कहा कि बिलासपुर डीसी ऑफिस के द्वारा भाजपा विचारधारा से जुड़े हुए अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जा रही है वर्तमान समय में बिलासपुर में आचार संहिता की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि आचार संहिता लगने के बावजूद सांसद अनुराग ठाकुर स्वास्थ्य मोबाईल योजना बहाने से जनता से मत प्रात करने के प्रति दवाईयां बाँट रहे हैं। जब उन्होंने इस बारे में जिला चुनाव प्रभारी उपायुक्त से शिकायत की तो उन्होंने उसे रूटीन वर्क कहकर टाल दिया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नियमानुसार कोई भी उच्चाधिकारी गृह चुनाव क्षेत्र में अपनी सेवाएं प्रदान सकता है मगर फिर भी नियमों को ताक पर रखकर बिलासपुर के उपायुक्त को क्यों हटाया नहीं गया जबकि उपायुक्त के घर जिला हमीरपुर में हैं। उपायुक्त चुनाव में पार्टी के आधार पर कर्मचारियों की भेदभाव पूर्ण ढंग से ड्यूटियां लगा रहे हैं। राम लाल ठाकुर ने चुनाव आयोग से एक बार फिर मांग उठाई है कि बिलासपुर उपायुक्त को शीघ्र हटाया जाए अन्यथा वह विरोधस्वरूप धरना -प्रदर्शन करेंगे जिसके प्रति चुनाव आयोग उत्तरदाई होगा ।