जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
उन्होंने कहा कि इस बार देश भर में कांग्रेस की हालत पिछले लोकसभा चुनाव से भी ज्यादा खराब है। अब यह तय हो चुका है कि नरेन्द्र मोदी एक बार फिर प्रधानमंत्री बनेंगे। उन्होंने कहा कि वाराणसी से मोदी के खिलाफ अपनी बहन प्रियंका गांधी को चुनाव मैदान में उतारने की हिम्मत भी राहुल गांधी इसीलिए नहीं कर पाए। वे खुद अमेठी में हार के डर से केरल की एक ऐसी सीट पर चुनाव लड़ने चले गए जहां हिन्दू अल्पसंख्यक हैं। कांग्रेस इस बार 25-30 सीटों के न्यूनतम स्तर पर सिमट जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश भर में नरेन्द्र मोदी के पक्ष में इस बार पहले से ज्यादा लहर इसलिए है कि पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, त्रिपुरा और केरल समेत सभी दक्षिणी राज्य शामिल है। इस का कारण केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार की आम जनता की भलाई की योजनाएं, सभी क्षेत्रों एवं वर्गां का विकास, राष्ट्रीय सुरक्षा और पाकिस्तान को सबक सिखाने की कार्रवाई है। उन्होंने कहा कि देश पर एक खानदान का भ्रष्ट एवं निरंकुश शासन थोपने वाली कांग्रेस पार्टी ने लगभग 60 वर्षां तक देश को विकास के मामले में कोई हिसाब नहीं दिया। हैरानी की बात यह है कि वही कांग्रेस नरेन्द्र मोदी सरकार के पाचं साल के भ्रष्टाचार मुक्त शासन का हिसाब मांग रही है। उन्होने कहा कि 2004 से 2014 तक के दस साल में कांग्रेस ने इतने बड़े-बड़े घोटाले किए कि उसका नाम गिन्नीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज किया जाना चाहिए। देश के बच्चे-बच्चे को कॉमन वैल्थ घोटाला, 2-जी घोटाला, कोयला घोटाला और हैलीकॉप्टर खरीद घोटाला अच्छी तरह याद है। देश के इतिहास में पहला सबसे बड़ा घोटाला नेहरू सरकार द्वारा किया गया जीप घोटाला था। उसके बाद से 2014 तक कांग्रेस सरकार ने घोटालों के विश्व रिकॉर्ड बनाए। अब इसीलिए राहुल गांधी यह विश्वास ही नहीं कर पा रहे हैं कि प्रधानमंत्री मोदी के शासनकाल में कोई घोटाला कैसे नहीं हुआ। यही कारण है कि वे रफैल मामले में जबर्दस्ती घोटाले का राग अलाप रहे हैं। जयराम ठाकुर का कहना है कि कांग्रेस की लोकप्रियता की पोल राहुल गांधी के अमेठी से पलायन और वाराणसी से प्रियंका गांधी को मोदी के खिलाफ उतारने से मुकर जाने से पूरी तरह खुल चुकी है। उन्होंने कहा कि जनता भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को पिछली बार से ज्यादा सीटें देकर नरेन्द्र मोदी को एक बार फिर प्रधानमंत्री पद पर बैठाएगी। कांग्रेस सिर्फ 25-30 सीटों के रिकॉर्ड निम्न स्तर पर सिमट जाएगी।