पत्रकारों को संबोधित करते सेवानिवृत डायरेक्टर जनरल पुलिस आई डी भण्डारी
अपने विरुद्ध रचे गए षड्यंत्रों का भी किया है भंडाफोड़ – आई डी भण्डारी
जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
हिमाचल के सेवानिवृत डायरेक्टर जनरल पुलिस आई डी भण्डारी ने कहा है कि उन्होने पुलिस में अपने व्यक्तिगत अनुभवों के आधार पर आधारित एक पुस्तक “ मिड नाईट रेड “( अर्ध रात्रि का छापा ) नाम से प्रकाशित की है , जिसका टाईटल बेशक अंग्रेज़ी में है किन्तु यह सारी की सारी पुस्तक हिन्दी में लिखी गई है ताकि अधिक से अधिक लोग उनके अनुभवों और उनके विषय के बारे में अवगत हो सके । आज यहाँ पत्रकारों को संबोधित करते हुए पूर्व पुलिस अधिकारी ने कहा कि वे इस पुस्तक का विमोचन पुलिस में सहयोगी रहे और पंजाब पुलिस से डायरेक्टर जनरल के पद से सेवानिवृत हुए राजेन्द्र सिंह द्वारा मुख्यातिथि के रूप में एक मई को नगर के साथ लगते बांमटा में “ राज अंजली हाल “ में सम्पन्न होगा । अपनी पुस्तक की भूमिका के संदर्भ में आई डी भण्डारी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के पुलिस डायरेक्टर जनरल बनने से पहले वे एक पुलिस अधिकारी के रूप में विभिन्न पदों पर कार्यरत रहे है और इस पुलिस में एक विंग ऐसा भी है जो पूर्णतया कानून का पालन करने वाले प्रतिबद्ध अधिकारियों का होता है, जो देश की सुरक्षा याफिर भयानक प्रकार के अपराधियों से समाज को बचाने व देश के हित में विभिन्न प्रकार के संभावित अपराधियों और भ्रष्टाचारियों को पकड़वाने के लिए कानून द्वारा प्रदत शक्तियों के अनुरूप ऐसे अपराधियों के फोन टेप करने का काम संभालता है । उन्होने कहा कि यह सारा कार्य बिलकुल गुप्त रूप से सम्पन्न होता है और किसी को भी इसकी भनक नहीं पड़ती । भण्डारी का कहना था कि उन्हें तब आश्चर्य हुआ जब हिमाचल प्रदेश में सरकार बदल रही थी और सीआईडी के अधिकारी के रूप में उन पर अत्यंत झूठे व बेबुनियाद आरोप लगाते हुए आधी रात को सरकार के उच्चाधिकारियों द्वारा उनके कार्यालय पर धावा बोला गया और इस छापे में 1300 से 1400 टेलेफोन अनाधिकृत रूप से टेप करने का उन पर हास्यास्पद आरोप लगाते हुए उन्हें उनके पद से निलंबित कर दिया गया । जबकि बाद में यह भी कहा गया कि नए बने मुख्यमंत्री जब चंडीगढ़ गए तो जिस कमरे में वे ठहरे उस कमरे में उनकी सीआईडी करने के लिए एक चिप लगाया गया , जो नितांत मनघडन्त आरोप थे । आई डी भण्डारी ने कहा कि उन पर इन्हीं संदर्भों को लेकर न्यायालय में केस चलाये गए और वहाँ यह सभी आरोप झूठे प्रमाणित हुए और न्यायालय ने उन्हें ससम्मान सभी आरोपों से बरी कर दिया । अब उन्होने उन अधिकारियों व राज नेताओं के विरुद्ध न्यायालय में मीडिया ट्रायल के बहाने उनके विरुद्ध अनाप शनाप वक्तव्य देकर और उन्हें झूठे आरोप- लगा कर ,उनकी आयु पर्यंत सत्यानिष्ठा व पूरी ईमानदारी से सर्विस करने पर दाग लगाने के लिए केस कर दिया है । उन्होने कहा कि यह पुस्तक उन्हीं सभी घंटनाक्रमों को अनावृत करती है और उन्हीं सभी घटनाक्रमो पर पूरी प्रतिबद्धता व सत्यानिष्ठा से प्रकाश डालती है ।