एस चंदेल
जनवक्ता राजनीतिक संवाददाता, हमीरपुर
हमीरपुर संसदीय सीट पर चुनाव प्रचार के तेजी पकड़ते ही अब जनता ने दोनों प्रमुख दलों के उम्मीदवारों के रिपोर्ट कार्ड का आकलन करना भी शुरू कर दिया है। जनता के बीच अब यह आम चर्चा है कि कांग्रेस प्रत्याशी ठाकुर रामलाल लंबे समय से राजनीति में हैं और प्रदेश में वीरभद्र सरकार के कार्यकाल के दौरान कबीना मंत्री सहित अन्य पदों पर रह चुके हैं लेकिन उनके सियासी सफर में विवाद ज्यादा और उपलब्धियां नगण्य रही हैं। एक भी बड़ा तोहफा वह जिला बिलासपुर या हमीरपुर संसदीय क्षेत्र को नहीं दे पाए हैं । जबकि दूसरी तरफ भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर के पास अपनी तीनों पारियों के दौरान कोई मंत्री पद या अन्य समकक्ष कोई लाभकारी ओहदा न होने के बावजूद उन्होंने इस संसदीय क्षेत्र में विकास के कई मील पत्थर स्थापित किए हैं। लोगों में यह आम चर्चा है कि हिमाचल प्रदेश के चारों सांसदों में से अगर किसी सांसद ने सबसे ज्यादा विकास के तोहफे अपने हलके को दिए हैं तो वह अनुराग ठाकुर हैं। प्रदेश में सत्तासीन रही कांग्रेस सरकारों के असहयोग व अड़ंगे के बावजूद सांसद अनुराग ठाकुर एक जुझारू नेता की तरह लगातार अपने हलके के लिए विकास योजनाएं लाने को निरंतर प्रयत्नरत व संघर्षरत रहे । कांग्रेस प्रत्याशी ठाकुर रामलाल का रिपोर्ट कार्ड अगर खाली है तो सांसद अनुराग ठाकुर के रिपोर्ट कार्ड में यह साफ तौर पर दर्ज दिखता है कि वह बिलासपुर में एम्स, ऊना में पीजीआई का सेटेलाइट सेंटर, देहरा में सेंट्रल यूनिवर्सिटी, हमीरपुर में मेडिकल कॉलेज, बिलासपुर में हाइड्रो इंजीनीयरिंग कॉलेज, ऊना में ट्रिपल आईटी व हमीरपुर में टेक्निकल यूनिवर्सिटी तो लेकर आए ही हैं, साथ ही अपने संसदीय क्षेत्र में रेलवे विस्तार का श्रेय भी अनुराग ठाकुर के ईमानदार प्रयासों को ही जाता है । हमीरपुर के लिए रेल लाइन का सर्वे और बजट मंजूर करवाना अनुराग ठाकुर के प्रयासों का ही प्रतिफल है। लोग अनुराग ठाकुर के रिपोर्ट कार्ड में यह भी देख रहे हैं कि वह संसद में सबसे ज्यादा हाजिर रहने वाले सांसदों में शामिल हैं और अपने संसदीय क्षेत्र हमीरपुर से भी लगातार उन्होंने अपना नाता जोड़े रखा है। प्रदेश में युवाओं को नशों से दूर रखने, खेल सुविधाओं का विस्तार करने और मेधावी विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने में अनुराग ठाकुर के प्रयास देशभर में सराहे गए हैं । यही वजह है कि भाजपा वर्कर पूरे उत्साह से लबरेज होकर सांसद अनुराग ठाकुर का रिपोर्ट कार्ड लेकर जनता के बीच जा रहे हैं और उनका यह रिपोर्ट कार्ड प्रतिद्वंदी पर भारी पड़ता दिख रहा है। वजन से भले ही कांग्रेस प्रत्याशी हैवीवेट हों लेकिन भाजपा प्रत्याशी अनुराग ठाकुर काा रिपोर्ट कार्ड वजनदार है और यही वजह है कि इस चुनाव में अनुराग ठाकुर के नाम के साथ साथ उनके काम की धमक भी सुनाई दे रही है। अनुराग ठाकुर के पक्ष में सबसे बड़ी बात यह भी जा रही है कि संसदीय क्षेत्र के मतदाताओं के साथ उनका भावनात्मक संबंध इस चुनावी अभियान में भाजपा के लिए एक मजबूत हथियार बनता जा रहा है।