जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
शिक्षा में सुधार लाने और विद्यार्थियों में प्रतिस्पर्धा की भावना पैदा करने के लिए प्रेरित करने हेतु जिला प्रशासन ने एक अहम कदम उठाया जिसके तहत जिला के विभिन्न अधिकारियों को जिला के विभिन्न स्कूलों में मैंटर की भूमिका निभाने के लिए भेजा गया। अधिकारियों द्वारा सर्वप्रथम विद्यार्थियों को उनके द्वारा पढ़े जा रहे विषय में रूचि पैदा करने के लिए पे्ररित किया । मैंटरज द्वारा विद्यार्थियो को बताया गया कि बिना पढ़ाई व मेहनत तथा लक्ष्य निर्धारण के बिना सफलता हासिल नहीं की जा सकती उज्जवल भविष्य के निर्माण के लिए शिक्षा का अत्याधिक महत्व है इसलिए विद्यार्थी परीक्षा की तैयारियों के लिए एकाग्रचित होकर मेहनत करें ताकि बेहतर परिणाम सामने आ सकें। यह सुखदः आश्चर्य की बात है कि इस वर्ष जिला में बोर्ड की परीक्षाओं के परिणामों में बढ़ौतरी दर्ज की गई तथा जिला के विद्यार्थियों ने बोर्ड द्वारा जारी की गई मेरिट सूची में अपना नाम अंकित करवाकर प्रदेश में जिला का नाम रोशन किया। जिला में जमा दो की कक्षाओं में बोर्ड की परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन करने वाले स्कूलों में प्रधानाचार्य आईटीआई बरठीं द्वारा लिए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला घंडीर का परीक्षा परिणाम गत् वर्ष 23.61 प्रतिशत था जो कि इस वर्ष 70.69 प्रतिशत तक पहंुचा जिसमें 47.08 प्रतिशत की बढ़ौतरी दर्ज की गई। इसी प्रकार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार द्वारा लिए गए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला छात्र बिलासपुर का परीक्षा परिणाम गत् वर्ष 31.36 प्रतिशत था जो कि इस वर्ष 77 प्रतिशत तक पहंुचा जिसमें 45.64 प्रतिशत की बढ़ौतरी दर्ज की गई। बीडीओ घुमारवीं द्वारा लिए गए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला हटवाड़ का परीक्षा परिणाम गत् वर्ष 42.31 प्रतिशत था जो कि इस वर्ष 84.38 प्रतिशत तक पहुचा जिसमें 42.07 प्रतिशत की बढ़ौतरी दर्ज की गई। उपायुक्त विवेक भाटिया द्वारा लिए गए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कन्या बिलासपुर का परीक्षा परिणाम गत् वर्ष 54.69 प्रतिशत था जो कि इस वर्ष 85.06 प्रतिशत तक पहंुचा जिसमें 30.37 प्रतिशत की बढ़ौतरी दर्ज की गई। जबकि बीडीओ झंडुता वर्तमान में एसडीएम झंडुता विकास शर्मा द्वारा लिए गए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला तलाई का परीक्षा परिणाम गत् वर्ष 50.39 प्रतिशत था जो कि इस वर्ष 78.13 प्रतिशत तक पहंुचा जिसमें 27.74 प्रतिशत की बढ़ौतरी दर्ज की गई। उपनिदेशक बागवानी द्वारा लिए गए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला झंडुता का परीक्षा परिणाम गत् वर्ष 47.26 प्रतिशत था जो कि इस वर्ष 73.11 प्रतिशत तक पहंुचा जिसमें 25.85 प्रतिशत की बढ़ौतरी दर्ज की गई। जिला भाषा अधिकारी द्वारा लिए गए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कंदरौर का परीक्षा परिणाम गत् वर्ष 52.63 प्रतिशत था जो कि इस वर्ष 74.26 प्रतिशत तक पहंुचा जिसमें 21.63 प्रतिशत की बढ़ौतरी दर्ज की गई। एसडीएम घुमारवीं द्वारा लिए गए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कुठेड़ा का परीक्षा परिणाम गत् वर्ष 54.95 प्रतिशत था जो कि इस वर्ष 70.59 प्रतिशत तक पहंुचा जिसमें 25.64 प्रतिशत की बढ़ौतरी दर्ज की गई। उपनिदेशक सैनिक कल्याण द्वारा लिए गए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भराड़ी का परीक्षा परिणाम गत् वर्ष 70.59 प्रतिशत था जो कि इस वर्ष 84.62 प्रतिशत तक पहंुचा जिसमें 14.03 प्रतिशत की बढ़ौतरी दर्ज की गई।एसडीएम सदर बिलासपुर द्वारा लिए गए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोठीपुरा का परीक्षा परिणाम गत् वर्ष 50 प्रतिशत था जो कि इस वर्ष 58.06 प्रतिशत तक पहंुचा जिसमें 8.06 प्रतिशत की बढ़ौतरी दर्ज की गई। महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र द्वारा लिए गए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बरठीं का परीक्षा परिणाम गत् वर्ष 61.94 प्रतिशत था जो कि इस वर्ष 68.59 प्रतिशत तक पहंुचा जिसमें 6.65 प्रतिशत की बढ़ौतरी दर्ज की गई। जबकि जिला के विभिन्न अधिकारियों को अन्य स्कूलों में मैंटरज की भूमिका का दायित्व सौंपा गया था। सभी मैंटरज द्वारा अथक मेहनत व समय-समय पर विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए प्रेरित करना और विभिन्न विषयों पर विद्यार्थियों के साथ सीधे तौर पर चर्चा और उन्हें आवश्यक टिप्स देकर विद्यार्थियों का मनोबल बढा़ना ही जिला में बेहतर परिणाम आने दिशा में कारगर साबित हुआ है।