परिषद पूरे प्रदेश में महाविद्यालय स्तर पर आठ मई को करेगी धरना प्रदर्शन
विश्वविद्यालय इकाई द्वारा परीक्षा नियंत्रक का घेराव भी किया जाएगा
जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
विश्वविद्यालय प्रशासन अपनी गलतियांे के कारण विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ करने का कार्य विश्वविद्यालय कर रहा है। एक तरफ जहां कुलपति बैच पहने छात्र नेताओं को निष्कासित कर छात्रों की मांगों को छात्रों की मांगों को दबाने का कार्य कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ उनकी आंखों के सामने परीक्षा नियंत्रण कार्यालय में हो रही गड़बड़ी उन्हें दूर दूर तक दिखाई नहीं दे रही है। यह बात अभाविप के विभाग सह संयोजक शिवांश वर्मा ने बिलासपुर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही। उनके साथ जिला संयोजक अजय शमार्, थिंक इंडिया के जिला संयोजक अनूप, घुमारवीं इकाई अध्यक्ष तरुण, सचिव रोहित व छात्रा सहप्रमुख किरण भी उपस्थित रहीं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद विश्वविद्यालय प्रशासन से यह मांग करती है कि जल्द से जल्द इन अनियमितताओं को ठीक किया जाए तथा घोषित परिणामों में गड़बड़ी को ठीक करने के साथ साथ पुनर मूल्यांकन की सुविधा भी छात्र छात्राओं को दी जाए। इसी मांग को लेकर विद्यार्थी परिषद पूरे प्रदेश में महाविद्यालय स्तर पर धरना प्रदर्शन बुधवार आठ मई के दिन करेगी और विश्वविद्यालय इकाई द्वारा परीक्षा नियंत्रक का घेराव भी किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि अततः विद्यार्थी परिषद की मांग को पूरा नहीं किया जाता है तो आने वाले समय में आंदोलन को और तेज कर समस्या को समाधान तक पहुंचाने का कार्य विद्यार्थी परिषद करेगी। उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद छात्रों की मांगों को उठाने तथा उसे समाधान तक पहुंचाने का कार्य 1949 से शिक्षा जगत में करती आ रही है। हिमाचल प्रदेश तथा अन्य राज्यों से विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करके हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में दाखिला लेते हैं। कहीं बड़ी बड़ी आशाएं लेकर स्नातक की पढ़ाई विश्वविद्यालय के महाविद्यालयों में करते हैं लेकिन विश्वविद्यालय के लगातार गिरते स्तर को देखकर लगता है मानो विश्वविद्यालय प्रशासन अपनी तरफ से कोई कमी नहीं छोड़ रहा है जिससे वह विश्वविद्यालय के स्तर को और नीचे गिराए। शिवांश वर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय में जहां 50ः प्रध्यापकों की कमी है तो वहीं दूसरी तरफ विश्वविद्यालय की चूक से पूरी मेहनत से परीक्षा देने के बावजूद स्नातक की पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं को असफलता का सामना करना पड़ रहा है। बार बार अनुत्तीर्ण परीक्षा देने के बाद भी एक ही परिणाम आना प्रशासन पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है। उन्होंने कहा कि हालात इतने बदत्तर हो चुके हैं कि 2 दिन पहले पांचवें सत्र का परिणाम घोषित हुआ तो गणित के (लिनियर अलजेब्रा) विषय में लगभग 90ः विद्यार्थी प्रदेश में फेल हैं। छात्रों को पूरी मेहनत करने के बावजूद श्थ्श् ग्रेड आना छात्रों के भविष्य को अंधकार में डालना है। छात्रों के भविष्य पर तलवार लटकाने का काम विश्वविद्यालय प्रशासन कर रहा है। घोषित परिणामों मैं कई अनियमिताएं प्रशासन द्वारा देखने को मिल रही हैं। पांचवें सत्र में पढ़ रहे विद्यार्थियों का परिणाम जियो कैमिस्टी में 50 नंबरों से आता था तथा विद्यार्थियों ने पेपर भी 50 नंबर से दिए गए थे लेकिन परिणाम घोषित होने पर 70 अंकों के साथ परिणाम घोषित किया गया है।