पत्रकारों को धमकियां मिलने की हो जांच
जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
हिमाचल प्रदेश यूनियन आफ जर्नलिस्टस ने प्रदेश में पत्रकारों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार की कड़ी आलोचना की है। एचपीयूजे के राज्य प्रवक्ता एंव जिला संयोजक शिमला अजय बन्याल ने कहा कि सुंदरनगर में जिस तरह कुछ पत्रकारों को बाल आश्रम मामले को उजागर करने के बाद धमकियां मिल रही है, ये प्रदेश की कानून व्यवस्था को सवालों के घेरे में लाता है। मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है लेकिन मीडिया की सुरक्षा मुहैयार करवाना तो प्रशासन और सरकार का जि मा है। हिमाचल प्रदेश यूनियन आफ जर्नलिस्ट एसपी मंडी से मांग करती है कि सुंदरनगर मामले में जिन पत्रकारों ने पुलिस को शिकायत दी है। उनके खिलाफ तुरंत करवाई अमल में लाई जाए। इसके साथ ही धमकियां देने वालों को शीघ्र गिर तार किया जाए। वहीं हिमाचल प्रदेश यूनियन आफ जर्नलिस्ट शिमला में कार्यरत पत्रकार हरदेव के साथ पुलिस कर्मी द्वारा दी गई गाली गलौच का भी कड़ा विरोध करती है। पत्रकार हरदेव ने पुलिस को एक्सीडेंट की सही सूचना दी थी लेकिन मौके पर गए पुलिस कर्मी ने हरदेव को गालियां देकर कई धमकियां दी। एस.पी शिमला से पत्रकारों ने इस बारे में शिकायत भी की थी। लेकिन एसएचओ ने बिना सही जांच किए दोनों पक्षों को समझौता करवाने वाली रिपोर्ट बना दी। हरदेव ने दोबारा एस.पी से शिकायत की तो एसपी ने जांच के आदेश दिए। पत्रकारों के साथ इस तरह का व्यवहार निंदनीय है। राज्य प्रवक्ता एचपीयूजे अजय बन्याल ने कहा कि इस मामले की पुलिस तुरंत जांच करें और पुलिस कर्मी के खिलाफ विभागीय करवाई हो।