सड़क सुविधा से महरूम ग्राम पंचायत सरयून चलैहली निचला रैहड़ा के लोगों ने दी चेतावनी
जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
देश की आजादी से लेकर अब तक सड़क सुविधा से महरूम ग्राम पंचायत सरयून चलैहली (निचला रैहड़ा) के लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि उन्हें शीघ्र सड़क सुविधा से नहीं जोड़ा गया तो वे इन चुनावों में नोटा का बटन दबाकर अपना विरोध दर्ज करवाएंगे। निचला रैहड़ा के निवासियों में शामिल पूर्व प्रधान अमी चंद भारद्वाज, सोहन लाल, रमेश चंद, सोमनाथ, भाग ङ्क्षसह, बिमला देवी, सुलेंद्रा देवी, सोमा देवी, लता देवी, प्यारी देवी, निशा देवी, कामनी देवी, नीलम कुमारी, कांता देवी आदि का कहना है कि देश में चुनावों के मौसम में हर राजनैतिक दल विकास के बड़े बड़े दावे कर रहा है। कोई आश्वासन दे रहा है तो कोई अपने द्वारा करवाए गए कामों की दुहाई देकर काम मांग रहा है। लोगों का कहना कि गांव जब कोई वृद्ध, महिला आदि बीमार हो जाती है तो पालकी के सहारे उसे सड़क तक पहुंचाया जाता है, कई बार समय पर चिकित्सकीय सुविधा न मिल पाने के कारण लोगों के साथ हादसे भी पेश आ चुके है। लोगों का कहना है कि उन्होंने पूरा मन बना लिया है कि यदि उन्हें शीघ्र नेताओं या प्रशासन द्वारा सड़क बनाने का आश्वासन नहीं मिलता है तो वे चुनावों में नोटा बटन दबाएंगे। बिना सड़क के इस गांव के लोग अपनी गाड़ी को गांव तक नहीं ले जा सकते। लोगों का कहना है कि घुमारवीं उपमंडल के तहत आने वाली ग्राम पंचायत सरयून-चलैहली के गांव रैहडा जोकि दो हिस्सों में बंटा हुआ है एक हिस्सा अप्पर रैहडा तथा दूसरा निचला रैहडा के नाम से जाना जाता है। निचला रैहडा जोकि सड़क से तकरीबन एक किलोमीटर की दूरी पर है जहां लोग मिलजुलकर गुजर बसर कर रहे हैं परंतु इस गांव को कोई सड़क की व्यवस्था नहीं है। चुनाव के समय कई बार लोगों द्वारा अपनी समस्याओं को उम्मीदवारों तक पहुंचाया गया परंतु आश्वासनों के अलावा आज तक कुछ नहीं मिला। सरयून-चलैहली पंचायत के पूर्व प्रधान अमी चंद ने बताया कि गांव में करीब 100 लोगों की आबादी है लेकिन लोग सड़क सुविधा से महरूम है। निर्णय लिया है कि सड़क नहीं तो किसी को वोट भी नहीं सिर्फ नोटा बटन दबाया जाएगा।