जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
जहां एक ओर भाजपा नेता अपनी सरकार द्वारा उग्रवादियों व आतंकवादियों से लड़ने में सर्वाधिक भूमिका निभाने के दावे इस चुनाव में करते फिर रहे हैं और भारतीय सेना के वीर सैनिकों के पराक्र्म और बलिदानों पर अपनी पार्टी की विजय की राजनैतिक रोटियाँ सेंकने और बलिदानी सैनिकों को अपमानित करने का प्रयास कर रहे हैं वहीं लोग यह देख कर आश्चर्य चकित हैं कि किस प्रकार हाल ही के इतिहास को भूलते हुए और उसे भारतीय संस्कृति से मिटाने का असफल प्रयास करते हुए यह नेता कांग्रेस पार्टी के विरुद्ध उस पार्टी द्वारा आतंकवादियों व उग्रवादियों का समर्थन करने का हास्यास्प्द आरोप लगा कर अपनी स्थिति संदेहास्पद बना रहे हैं। कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष और पूर्व विधायक बंबर ठाकुर ने कहा कि न जाने भाजपा के बड़े बड़े नेता किस प्रकार मतदाताओं को इतना अनजान व न समझ लेने की भूल कर रहे हैं कि जिस परिवार के दो दो प्रमुख सदस्यों ने देश की एकता व अखंडता के लिए आतंकवाद और उग्रवाद से लड़ते हुए बलिदान दिये हैं , उसी परिवार पर राजनैतिक लाभ के लिए नितांत झूठे और बेतुके आरोप लगाते हुए आतंकवादियों से मिले होने के व्क्त्व्य दे रहे लगा रहे हैं , जिनका भारत की स्वतन्त्रता की लड़ाई में तथा उसके बाद आतंकवाद और उग्रवाद के विरुद्ध और देश की एकता व अखंडता के लिए एक भी बलिदान दिये जाने का एक भी प्रमाण नही है । बंबर ठाकुर ने कहा कि गांधी परिवार की प्रमुख सदस्य पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी उग्रवादियों की गोलियों का शिकार होकर देश के लिए शहीद हुई क्यूँ कि उन्होने उग्रवाद पर प्रहार करके उसे समाप्त करने में मुख्य भूमिका निभाई और इतिहास में भारत के नाम की अब तक की सबसे बड़ी विजय पाकिस्तान के दो टुकड़े करके बांग्ला देश का निर्माण करने और उसके 61 हज़ार सैनिकों को हथियार डालने के लिए विवश किया था जबकि उनके सुपुत्र राजीव गांधी तामिल नाडु और श्री लंका को तामिल टाइगर के संभावित प्रचार –प्रसार को रोकने के लिए श्री लंका में शांति सैनिक भेजने के कारण तामिल टाईगर उग्रवादियों के आतमघाती हमले का शिकार हुए । बंबर ठाकुर ने कहा कि वास्तव में कांग्रेस की नहीं बल्कि भाजपा की उग्रवादियों के साथ अंदरूनी सांठगांठ है और भाजपा ने प्रज्ञा ठाकुर जैसी आतंकवादी आरोपी और जमानत पर छूटी कथित साध्वी को भोपाल से भाजपा का टिकट देने का सम्मान देकर अपने आप को आतंकवाद से मिले होने का प्रमाण प्रस्तुत कर दिया है । उन्होने कहा कि बाला कोट की सर्जिकल स्ट्राईक भाजपा सरकार को तब करनी पड़ी जब पाकिस्तान के उग्रवादियों ने पुलवामा में मोदी सरकार की असफलता के कारण भारत के 40 वीर सैनिकों को बलिदान होने के लिए विवश कर दिया । मोदी सरकार यह क्यूँ भूल रही है कि यदि बालाकोट जैसी सर्जिकल स्ट्राईक कांग्रेस के कार्यकाल में नहीं तो पुलवामा जैसी सरकार की न समझी के कारण दुर्घटना भी कभी नहीं हुई और न ही कांग्रेस पार्टी के किसी भी कार्यकाल में जम्मू –कश्मीर में उग्रवाद इतना भयानक पनपा और न ही हमारे वीर जवानों ने अकारण पाकिस्तान की गोलियों का शिकार होकर देश की रक्षा में अपने प्राण ही गवाए , जितना पिछले पाँच वर्ष में मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण देश को भुगतना पड़ा है ।