कांग्रेस राज्य में विपक्ष की भूमिका निभाने में भी असफल साबित हुई
जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
हिमाचल प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि 23 मई को चुनाव नतीजे आने के बाद प्रदेश में कांग्रेस पूरी तरह बिखर जाएगी। राहुल गांधी की रैली भी उसकी नैया पार नहीं करा सकती। कांग्रेस के विधायक अपने हलकों में भी पार्टी को बढ़त दिलाने में नाकाम रहेंगे। विपक्षी दल का ढांचा पूरी तरह चरमराया हुआ है। कांग्रेस राज्य में विपक्ष की भूमिका निभाने में भी असफल साबित हुई है। उसनें विपक्ष के नाते राज्य के हितों के मुद्दे न तो विधानसभा के अन्दर उठाये और न ही बाहर। वह तो जयराम ठाकुर और नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता से परेशान होकर उन पर निजी हमले करने में ही समय बर्बाद करती रही।
वरिष्ठ भाजपा नेता का कहना है कि कुलदीप राठौर के अध्यक्ष बनने के बाद कांग्रेस में बिना जनाधार वाले कुछ नेता वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार कर पार्टी पर हावी होना चाहते हैं। उनकी आपसी लड़ाई बन्द कमरों से निकल कर सार्वजनिक मंचो पर छा गयी है। भाजपा नेताओं पर कीचड़ उछालने के साथ ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अपनी पार्टी के नेताओं से भी लड़ रहे हैं। वर्चस्व की इस लड़ाई में किसी का ध्यान पार्टी संगठन और उसकी छवि पर नहीं है।
उन्होंने कहा कि चाहे कांग्रेस प्रत्याशियों के नामांकन पत्र भरनें का मौका हो या फिर उसके स्टार प्रचारकों की रैलियां, पार्टी नेताओं को भीड़ जुटाने में ही आंटे दाल का भाव पता चल गया।
सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि लोकसभा की चारों सीटों पर भाजपा पिछली बार से भी अधिक लीड लेकर जीतेगी। कांग्रेस के नेताओं को पहले से ही इसका आभास है। उनकी आपसी गुटबाजी के कारण पार्टी संगठन जनता के बीच अपनी बात नहीं पहुंचा सका है। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की छवि जनता में निरंतर निखरती जा रही है। प्रदेश के लोगों को मोदी सरकार से मिले लाभ भी मोदी की लोकप्रियता बढ़ाने में योगदान कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की समझदार जनता जानती है कि राज्य और केन्द्र में एक ही दल की सरकार होने के कारण हिमाचल को विकास के लिए आर्थिक सहायता आसानी से मिलती रहेगी। राष्ट्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री पद के लिए विपक्ष के पास कोई भी ऐसा उम्मीदवार नहीं है जो सभी को स्वीकार हो। जबकि नरेन्द्र मोदी को भाजपा और उसके सहयोगी दल फिर से प्रधानमंत्री बनाने के लिए एक जुट है। ऐसे में हिमाचल की जनता कांग्रेस के साथ क्यों चलेगी। उन्होंने कांग्रेस नेताओं को सलाह दी कि वे राज्य में सार्थक विपक्ष की भूमिका निभाएं।