सांसदों विधायकों को पेंशन तो वोटरों को भत्ता कियूं नहीं.
स्वास्थ्य व शिक्षा को कर देना चाहिए पूरी तरह मुफ्त
जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
मंडी संसदीय क्षेत्र से आजाद प्रत्याशी कर्नल ठाकुर सिंह ने कहा है कि मतदाताओं को कम से कम 6000 वोटरशिप भत्ता मिलना चाहिए। आजाद प्रत्याशी ने कहा कि सांसदों व विधायकों को यदि पेंशन मिल रही है तो वोटरों को भत्ता क्यूं नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रसिद्ध विद्वान एवं लेखक भरत गांधी ने इस योजना पर कार्य किया है और 30 वर्षों से मतदाताओं को वोटरशिप भत्ता देने का प्रस्ताव रखा है लेकिन कोई भी सरकार इस पर काम नहीं कर रही है। वे यहां कुल्लू में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश में वेसिक स्वास्थ्य व शिक्षा को मुफ्त कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब हम रोड़ टेक्स देते हैं तो टोल टैक्स क्यूं। हिमाचल की नदियां और पानी पंजाब हरियाणा को सींच रही तो हमारी जमीन को क्यूं नहीं सींच रही है उठाउ जल योजना द्वारा यह पानी सबको सिचाई के लिए देना चाहिए। उन्होंने कहा कि फोरलेन प्रभावितों को उचित मुआवजा दिया जाना चाहिए। हिमाचल सरकार फैक्टर एक के तहत एकम गुणा मुआवजा दे रही है जोकि गलत है। मुम्बई हाई कोर्ट ने फैक्टर एक को गैर कानूनी कर दिया है। इसलिए अब फैक्टर तीन के तहत मुआवजा चार गुणा पूरे देश में दिया जा रहा है। इस कमी को दूर करना है। उन्होंने कहा कि जब हम विधायक व सांसदों को चुनते हैं तो वे वीआईपी श्रेणी में कियूं आते हैं और उन्हें वीआइपी सुविधा कियूं। उन्होंने कहा कि आज हमारे देश में 5 लाख 80 हजार वीआईपी हैं जो सारे हमारे खर्चे पर चलते हैं और सरकार पर बोझ है। जबकि चीन में मात्र 400 वीआइपी हैं तभी उनका देश हम से आगे हैं। इस लिए वीआईपी की संख्या को घटा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिकों को ओआरओपी पूरी तरह नहीं दिया गया हैएजो डेढ़ इंक्रीमेंट कम है इसका रिव्यू हर साल होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब हम वीआईपी की संख्या घटाएंगे और सामूहिक संपति जो सरकार व आम जनता की है का हिस्सा आम जनता को भी मिलना चाहिए। यह हिस्सा तभी मिलेगा जब हर वोटर को वोटरशिप भत्ता मिलेगा। उन्होंने कहा कि ब्राजीलएनबीबिया और कुछ यूरोपियन देशों में मतदाताओं को वोटर भत्ता मिल रहा है जिसके अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि वीआईपी के खर्चे कम होने चाहिए और विधायकों व सांसदों का वेतन व पेंशन भी बंद होनी चाहिए तभी हमारा देश खुशहाल होगा। क्योंकि यह सेवा है नोकरी नहीं। उन्होंने कहा कि आवारा पशुओं से निजात के लिए कारगर कदम उठाने चाहिए सरकारी अस्पतालों में सभी का इलाज मुफ्त होना चाहिए।