अपनी उपलब्धि का श्रेय अपनी बड़ी बहन आराधना को दिया
जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
किसी भी उपलब्धि को अर्जित करने के लिए हालंाकि तमाम अचीवर्स सफलता को श्रेय अमूमन माता पिता और गुरूजनों को देते हुए है लेकिन भारतीय नेवल विंग में बतौर सब लेफ्टिनेंट चयनित हुए अभिषेक ने अपनी उपलब्धि का श्रेय अपनी बड़ी बहन आराधना को दिया है। अभिषेक का कहना है कि वे सुनहरे भविष्य की तलाश में कुछ क्षण के लिए मार्ग से भटक गया था, ऐसे में यदि बड़ी बहन आराधना उसे सहारा न देती तो शायद आज तस्वीर कुछ और ही होती। लेकिन बड़ी बहन के स्नेह, प्रेम और सही मार्गदर्शन से आज उन्हें न सिर्फ यह उपलब्धि मिली है बल्कि मेरे जीवन की दशा और दिशा भी बदली है। आराधना घुमारवीं के मिनर्वा स्कूल में बतौर शिक्षिका अपनी सेवाएं दे रही है। बिलासपुर मंडी जिले की सीमा पर स्थित गांव मोही (मंडी) के अभिषेक कपूर सुपुत्र अजय कपूर का चयन सेना में बतौर लेफ्टिनेंट हुआ है। बिलासपुर तथा मंडी में पले बढ़े अभिषेक की इस उपलब्धि से ननिहाल बैरी (बरमाणा) और मोही में हर्ष का माहौल है। अभिषेक के मामा विनोद महाजन ने बताया कि शुरू से कुशाग्र बुद्धि का मालिक अभिषेक के कार्य सबसे हटकर हुआ करते थे। पढ़ाई और खेल में कलात्मकता के साथ कुछ नया करने की होड़ में तल्लीन रहने वाले अभिषेक की प्रारंभिक शिक्षा बिलासपुर के हवाण में हुई। तत्पश्चात उनका चयन सैनिक स्कूल सुजानपुर टीहरा में हुआ। जहां पर उसके भविष्य को सेना की रास्ते की ओर अग्रेषित किया गया। अभिषेक के पिता अजय कपूर पीडब्ल्यूडी विभाग में बतौर कनिष्ठ अभियंता अपनी सेवाएं दे रहे हैं जबकि माता ललिता कपूर शिक्षिका है। विनोद महाजन ने बताया कि नेशनल डिफेंस अकादमी में 2015 में चयनित होकर चार साल की कठिन प्रशिक्षण के साथ बी-टेक इलेक्ट्रॉनिक एन्ड कॉम्युनिकेशन नेवल अकादमी केरल से 2019 में संपन्न किया। उसके उपरांत अभिषेक की पोस्टिंग नेवी कोचीन में बतौर सब लेफ्टिनेंट हुई है। कोचीन से यहां पहुंचे अभिषेक का भव्य स्वागत किया गया तथा उनके स्वागत में बाकायदा केक काटा गया। इस अवसर पर अभिषेक ने अपने स्वर्गीय नाना पटवारी जगरनाथ को याद किया तथा अपनी नानी सुनीता महाजन, मामा विनोद, संजय और पूरे परिवार का सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।