भजन सम्राट नरेंद्र चंचल एलबम का लोकार्पण करते हुए
बिलासपुर के भजन गायक राजेश बबलू का नया प्रयास
बिलासपुर के भजन गायक राजेश बबलु अपने साथियों के साथ परफार्म करते हुए
जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
बिलासपुर जिला से ताल्लुक रखने वाले भजन गायक राजेश बबलू की नई एलबम आजा मेरी मां का लोकापर्ण भजन सम्राट नरेंद्र चंचल ने अपने कर कमलों द्वारा किया। लुधियाना (पंजाब) में हुई इस लांचिंग एलबम के सहयोगी सदस्य सतनाम सत्ती, विनोद शर्मा, अभिषेक गुप्ता, विडियो डायरेक्टर विजय कुमार भी विशेष रूप से मौजूद रहे। भजन सम्राट नरेंद्र चंचल ने इस एलबम को सुनने के बाद राजेश बबलू और उनकी टीम को बधाई दी तथा उज्जवल भविष्य की कामना की।
नगर के रौड़ा सेक्टर के स्थायी निवासी राजेश बबलू ने बताया कि इस एलबम में हिमाचल के सुप्रसिद्ध शक्तिपीठों की झलक देखने को मिलेगी। मां श्री नयना देवी जी और मां श्री ज्वाला जी के दरबार से एलबम के दोनों की शुरूआत के बाद अब अगले तीन गीत शक्तिपीठों जबकि एक गीत कटड़ा के मां वैष्णो दरबार में शूट किया जाएगा। हिमाचली किशोर कुमार के नाम से ख्याति प्राप्तबबलू हिंदी फिल्मों के भी सरताज हैं, लेकिन उन्होंने अब अपने करियर को मां की भेंटों और भजनों के लिए समर्पित कर दिया है। भविष्य में वह भेंटों पर आधारित एलबम की तैयार करेंगे। बीकॉम संकाय में स्नातक राजेश बबलू हालांकि बचपन से ही संगीत के प्रति लगाव रखते थे, लेकिन जमा दो कक्षा में पढ़ाई के दौरान ही इस विधा में महारत हासिल की। बबलू ने बताया कि नब्बे के दशक में हिंदी फिल्मी संगीत की दुनिया में कदम रखा और कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा। प्रदेश में जिला, राज्यस्तरीय और राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रमों में अपनी सुरमयी आवाज से सभी को अचंभित करने वाले बबलू अब महामाई के चरणों में पूर्ण रूप से समर्पित हो चुके हैं। उनका कहना है कि मां भगवती की शुरू से ही अपार कृपा रही है और उन्हीं के शुभ आशीर्वाद के चलते अब निर्णय लिया है कि भविष्य में मां की भेंटों और भजनों पर आधारित वीडियो एलबम तैयार करेंगे। उन्होंने बताया कि आजा मां नामक एलबम के दो भेंटें अभी तक तैयार की जा चुकी हैं। सोशल मीडिया पर पूरे नॉर्दन इंडिया में हिमाचल, पंजाब, हरियाणा सहित अन्य राज्यों में दोनों भेंटों को खूब पसंद किया गया है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने परमश्रद्धेय गुरूजी नवदुर्गा मां वैष्णो मंदिर कांगू के मुख्य पुजारी श्रीधु्रव और दीदी मां मीना देवी को देते हैं।