एन.पी.कौशिक ने कहा कि मीडीया समाज का दर्पण
प्रिंट मीडीया की साख अब भी बरकरार- सुरेंद्र शर्मा
जनवक्ता ब्यूरो, बरोटीवाला
नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्टस (इंडिया) की हिमाचल इकाई ने प्रेस क्लब बददी के सभागार में हिंदी पत्रकारिता दिवस धूमधाम से मनाया। इसमें पत्रकारों के अलावा सामाजिक, राजनीतिक, औद्योगिक, धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में मु य अतिथि के तौर पर लघु उद्योग भारती के राज्य वरिष्ठ उपाध्यक्ष एन.पी कौशिक शामिल हुए जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता एनयूजे के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य सुरेंद्र शर्मा ने की। हिमाचल प्रदेश यूनियन आफ जर्नलिस्टस के प्रदेश महामंत्री किशोर ठाकुर ने हिंदी पत्रकारिता दिवस के इतिहास पर विस्तार से प्रकाश डाला और बताया कि हिंदी भाषा में उदन्त मार्तण्ड के नाम से पहला समाचार पत्र 30 मई 1826 में निकाला गया था। इसलिए इस दिन को हिंदी पत्रकारिता दिवस के रूप में मनाया जाता है। मानवाधिकार न्याय मंच के प्रदेशाध्यक्ष व पार्षद संदीप सचदेवा ने कहा कि चूंकि भारत उस समय गुलाम था इसलिए ऐसे समाचार पत्र उस समय क्रांतिकारी भूमिका अदा करते थे। परतंत्र भारत में हिंदुस्तानियों के हक की बात करना बहुत बड़ी चुनौती बन चुका था। भारत की प्रसिद्व लेखिका नंदिता बाली ने कहा कि मीडीया समाज का दर्पण है और इसके बिना स्वतंत्र भारत की कल्पना भी नहीं की जा सकती। उन्होने पत्रकारों से आहवान किया वह निष्पक्ष व स्वतंत्र रहकर समाज के दबे कुचले व पीडीत वर्ग की समस्याएं उठाए तथा सरकार की कमियों को उजागर करने के साथ साथ उसकी जनकलयाणकारी नीतियों को भी जन जन तक पहुंचाए। एनयूजे के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि बेशक आज सोशल मीडीया का जमाना है लेकिन प्रिंट मीडीया की साख अब भी बरकार है। हरिओम योगा सोसाईटी के अध्यक्ष डा. श्रीकांत शर्मा ने कहा कि आज का दौर बिलकुल बदल चुका है और हमारे सामने पेड न्यूज जैसे कई मामले सामने आए हैं जो कि चिंतानक है। पत्रकारिता में बहुत ज्यादा आर्थिक निवेश भी हुआ है और इसे उद्योग का दर्जा हासिल हो चुका है। हिंदी के पाठकों की सं या बढ़ी है और इसमें लगातार इजाफा हो रहा है। एनयूजे हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष रणेश राणा ने कहा कि हिंदी हमारे देश की सिर्फ भाषा नहीं बल्कि यह हमारी भावनाओं में बसी है और पूरे भारत को एकसूत्र में पिरोती है। एचडीएमए के प्रदेशाध्यक्ष डा. राजेश गुप्ता ने कहा कि हिंदी को अब गूगल ने भी खुलकर स्वीकार कर लिया है और सोशल मीडीया पर भी हिंदी का खूब बोलबाला है जो कि हमारे लिए शुभ संकेत है। इस अवसर पर ल्यूब के राज्य वरिष्ठ उपाध्यक्ष नेत्र प्रकाश कौशिक, हिमाचल ड्रग मैनुफैकचरिंग एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष डा. राजेश गुप्ता, मानवाधिकार न्याय मंच के प्रदेशाध्यक्ष संदीप सचदेवा, प्लास्टिक इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल मलिक, हरिओम योगा सोसाईटी के चेयरमैन डा. श्रीकांत शर्मा, भारत की प्रसिद्व लेखिका नंदिता बाली, भारतीय मजदूर संघ सचिव हरबंस राणा, एनयूजे के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सुरेंद्र शर्मा, हिमाचल प्रदेश यूनियन आफ जर्नलिस्टस के प्रदेशाध्यक्ष रणेश राणा, सचिव किशोर ठाकुर, प्रेस क्लब बददी के सदस्य ऋषि ठाकुर, सचिन बैंसल, राजन नेगी, शांति स्वरुप, गौतम, ओमपाल सिंह, संजीव ठाकुर, संदीप शर्मा, गुरदीप, अनिल शर्मा सहित कई सदस्य उपस्थित थे।