जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
नगर के मुख्य बाजार के एक मॉल में बच्चों के भविष्य के बारे में सम्पूर्ण वैज्ञानिक आधार पर अनुमान लगाने वाली अंतराष्ट्रीय संस्था “ ब्रेन व्ंडर्ज “ (brain wonders ) के क्षेत्रीय कार्यालय के संचालकों – मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजीव शर्मा , प्रबंध निदेशक सचिन भारद्वाज और सेल्ज़ मैन मार्केटिंग मेनेजर अनिल शर्मा ने सैंकड़ों वरिष्ठ नागरिकों , बुद्धिजीवियों , अधिकारियों और विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों की उपस्थिती में शुभारंम्भ किया जबकि शाखा की परामर्शदाता सुश्री नैन्सी पटियाल ने इस वैज्ञानिक तकनीक की विस्तृत जानकारी दी । पटियाल ने कहा कि दो वर्ष से लेकर किसी भी उम्र के बच्चों और युवाओं का आधुनिक तकनीक से एक छोटा से टेस्ट करके ,जिसे डरमटालफिक टेस्ट कहा जाता है से बच्चों की क्षमताओं व कमजोरियों का पता चलता है जिससे बच्चों की प्रतिभा के अनुरूप उसका भावी जीवन सुधारने अथवा बनाने में महत्वपूर्ण सहायता मिलती है ।
प्रबंध निदेशक सचिन भारद्वाज ने कहा कि इस क्षेत्रीय कार्यालय के माध्यम से सारे हिमाचल में इसकी शाखाएँ खोली जा रही हैं । इस ब्रेन वंडर संस्था का विश्व स्तरीय मुख्य कार्यायल मलेशिया में है और इस संस्था को यूनाइटिड स्टेट से भी स्वीकृति प्रदान की गई है । भारत वर्ष में यह संस्था 2012 से कार्यरत है और अब तक तीन लाख के लगभग बच्चों का परीक्षण किया जा चुका है । उन्होने कहा कि यह संस्था आई एस ओ 9001: 2008 सार्टिफिकेट संस्था है जिसके शत प्रतिशत सकारात्मक प्रभाव देखने को मिले हैं ।
इस अवसर पर कर्नल जसवंत सिंह चंदेल ने इस तकनीक से मिलती –जुलती एक अन्य महत्वपूर्ण तकनीक का फौज व अर्ध सैनिक संस्थाओं में प्रयोग होने की विस्तृत जानकारी दी और कहा कि यह तकनीक सभी को अपने बच्चों का भविष्य सुधारने में महत्वपूर्ण रूप से सहायक सिद्ध हो सकती है जिसका सभी को लाभ उठाना चाहिए क्यूँ कि इस तकनीक से बच्चों की कार्यक्षमता , प्रतिभा ,शक्तियों और कमजोरियों का पता लगाने के अतिरिक्त उन्हें मां-बाप द्वारा आदर्श रूप से मार्ग दर्शन करने का आसानी से पता लगाया जा सकता है ।
इस अवसर पर सहायक परामर्शदाता नेहा ठाकुर ,ब्रिगेडियर जे एस वर्मा , कर्नल जसवंत सिंह चंदेल , रोशन लाल शर्मा , मेजर तुलसीराम शर्मा मेजर लेखराम शर्मा , जयकुमार शर्मा , गीताराम शर्मा ,एस एस भारद्वाज , सुकुमार सिंह चंदेल, राजीव भारद्वाज और अजय हांडा विशेष रूप से उपस्थित थे ।