1 जून से 31 जुलाई तक सभी विभाग इस अभियान में अपनी सहभागिता सुनिश्चित बनाएं
जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
जिला में स्वच्छता का संदेश देने के लिए 1 जून से 31 जुलाई तक व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत जिला की सभी ग्राम पंचायतों में खुला शौचमुक्त का स्तर बरकरार रखने के लिए जिला की सभी पंचायतों के सभी गांव में एक-एक ओडीएफ बोर्ड तथा सार्वजनिक स्थलों पर जहां-जहां जगह खाली होगी पंचायत अपने स्तर पर वाल राईटिंग के माध्यम से चार-चार स्वच्छता सन्देश/सलोगन लगाना सुनिश्चित करेंगी। यह जानकारी उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने समस्त बीडीओ के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत शैक्षणिक संस्थानों, आंगनबाड़ी केन्द्र, पंचायत घर, बस स्टैंड़, स्वास्थ्य केन्द्रों, डाकघर, पर सम्बन्धित विभागों द्वारा स्वच्छता पर सलोगन लेखन किया जाएगा तथा बैंकों, ए.सी.सी. अल्ट्राटैक तथा एनटीपीसी. के द्वारा साथ लगती सम्बन्धित पंचायतों के अलावा 5-5 पंचायतों में ओडीएफ. बोर्ड तथा दीवार पर स्लोगन लेखन करना सुनिश्चित बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस कार्य को जन आन्दोलन के रूप में किया जाएगा ताकि हर घर में स्वच्छता का संदेश पहुचाया जा सके। उन्होंने सभी विभागों से इस अभियान में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि लगाये गये ओडीएफ. बोर्ड तथा दीवार पर स्लोगन लेखन की फोटोग्राफी तथा मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से जियोटेगिंग की जाएगी। उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान अच्छा प्रदर्शन करने वाले जिले और ग्राम पंचायतों को राष्ट्रीय स्तर के समारोह 2 अक्तूबर, 2019 को सम्मानित किया जाएगा।
उन्होंने ई0 बेस्ट प्रबन्धन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कार्यालयों तथा घरों में ई0 बेस्ट कचरा जैसे कम्पयूटर, लैपटाॅप, मोबाईल, चार्जर इत्यादि सामान को अलग से रखें। इसे ठोस एवं तरल कचरे में मिक्स न करें। उन्होंने उद्योग विभाग से कहा कि वह उद्योगों में ठोस एवं तरल कचरे का निष्पादन करने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दें। उन्होने समस्त खण्ड विकास अधिकारियों से कहा कि वह सम्बन्धित ब्लाॅक की पंचायतों और कस्बों में ठोस एवं तरल कचरे के निष्पादन के लिए उचित पग उठाएं। उन्होने स्वास्थ्य विभाग को भी निर्देश दिए कि वह बायोमैडिकल बेस्ट का उचित तरीके से निष्पादन सुनिश्चित बनाएं। उन्होने शहरी निकाय बिलासपुर, घुमारवीं, श्री नैना देवी और तलाई के कार्यकारी अधिकारियों से कहा कि वह 30 जून तक ठोस एवं तरल कचरा तथा प्लास्टिक बेस्ट का शत्-प्रतिशत निष्पादन सुनिश्चित बनाएं। उन्होने कहा कि डोर-टू-डोर कचरा एकत्रित करें तथा लोगों को सूखा और गीला कचरा अलग-अलग करके देने के लिए जागरूक करें। उन्होने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी ठोस एवं तरल कचरे के प्रबन्धन के लिए योजना बनाई गई है। पंचायतों से भी ठोस एवं तरल कचरे को डोर-टू-डोर अलग-अलग एकत्रित करने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। उन्होने बताया कि पंचायतों में स्वच्छता को सुनिश्चित बनाने के लिए लैंडफिल साईट, डम्पिंग साईट, कैचुआं पिट, सोकपिट का निर्माण किया जाएगा। इसके अतिरिक्त सैनीटरी नैपकिन के निष्पादन के लिए मैनुअल इंसीनरेटर यंत्र भी लगाए जाएगें और गन्दे पानी की निकासी के लिए भुमिगत नालिंया भी बनाई जाएंगी। उन्होने गांव से भी प्लास्टिक एकत्रित करने के लिए एक विशेष रणनिति बनाने के भी निर्देश दिए। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. प्रकाश चन्द दडोच, सहायक आयुक्त पूजा चैहान, पीओ. डीआरडीए. संजीत सिंह, बीडीओ. सदर गौरव धीमान, घुमारवीं जीतराम, झण्डुता रोशन लाल शर्मा, स्वारघाट अजय कुमारी, समस्त कार्यकारी अधिकारियों के अतिरिक्त सम्बन्धित विभागों के अधिकारी तथा जिला के बैंकरज़, ए.सी.सी. अल्ट्राटैक तथा एन0टी0पी0सी के अधिकारी उपस्थित रहे।