जनमंच कार्यक्रम की सफलता के लिए प्रदेशवासियों व प्रदेश सरकार तथा प्रशासन को दी बधाई
जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने गत 16 जून को प्रदेश भर में संपन्न हुए जनमंच कार्यक्रम की सफलता के लिए प्रदेशवासियों व प्रदेश सरकार तथा प्रशासन को बधाई दी है। रणधीर शर्मा ने जनमंच कार्यक्रम को लेकर विपक्ष द्वारा की गई गलत बयान बाजी पर पलटवार करते हुए कहां कि जन मंच कार्यक्रम समस्याओं के समाधान करने का एक बेहतर मंच साबित हुआ है ।विपक्ष इसकी कामयाबी से परेशान नजर आ रहा है ।उन्होंने कहा कि जनमंच कार्यक्रम से जनता की जितनी समस्याओं का समाधान होगा उतनी कांग्रेस की परेशानी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का परेशानी का एक कारण यह भी है की जनसमस्याओं के हल के लिए जो दुकानदारी उनके द्वारा चलाई जाती थी वह अब बंद हो गई है। रणधीर शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के लोग लोकसभा में मिली करारी हार के बाद कोमा से बाहर नहीं आए हैं। विपक्ष को चाहिए कि जनहित में जो भी कार्य चल रहे हैं उन कार्यों की प्रशंसा करें और उसमें अपना सहयोग दें ताकि प्रदेश में विकास कार्यों को गति मिल सके ।रणधीर शर्मा ने कहा कि जनमंच कार्यक्रम मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अनूठी पहल है इस कार्यक्रम के तहत शासन व प्रशासन अंतिम व्यक्ति तक पहुंच रहा है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में जनमंच अपने में एक ऐसा कार्यक्रम है जो आम जनमानस से सीधा संवाद करने का माध्यम बन गया है ।जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान उनके घर द्वार पर ही संभव हुआ है, पहले लोगों को अपनी समस्याओं के समाधान के लिए प्रदेश की राजधानी शिमला या जिला मुख्यालय पर जाना पड़ता था लेकिन अब इस कार्यक्रम के तहत सरकार व प्रशासन जनता के द्वार पर पहुंचकर प्रदेशवासियों की समस्याओं का निपटारा मौके पर ही कर रही है। उन्होंने कहा कि जनमंच को जनता का अपार समर्थन मिल रहा है ।कार्यक्रम में लोगों की भारी संख्या में उपस्थिति जनमंच की सफलता को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब तक आयोजित जनमंच कार्यक्रमों में लगभग 30,000 शिकायतें सामने आई है और इनमें से अधिकांश शिकायतों का समाधान किया गया है ।हर माह होने वाले जनमंच कार्यक्रम के प्रति मुख्यमंत्री अति संवेदनशील हैं ,वे स्वयं इसकी निगरानी करते हैं और कार्यक्रम का पूरा फीडबैक भी लेते हैं ।यह कार्यक्रम दूसरे राज्यों के लिए भी आज प्रेरणादायक बन गया है ।देश के दूसरे राज्यों ने भी अब इस कार्यक्रम को शुरू किया है।