जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेन्द्र कंवर की अध्यक्षता में आज यहां ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग द्वारा 24 तथा 25 जून, 2019 को आयोजित राज्य स्तरीय कार्यशाला का शुभारम्भ किया गया। दो दिवसीय कार्यशाला के प्रथम दिन वीरेन्द्र कंवर ने कहा कि प्रदेश सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में विकास व प्रगति के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए मनरेगा के तहत जिला व खण्ड स्तर पर कई विकासात्मक कार्य किए जा रहे हैं। हमें गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले गरीब वर्ग के लोगों के उत्थान तथा उनकी आय बढ़ाने के उपाय ढूंढने होंगे। बीपीएल दर्जे को मिलने वाली सुविधाओं को प्रदान करने के साथ-साथ लोगों को भविष्य में बीपीएल से ऊपर उठाना अधिक आवश्यक है। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री ने कार्यशाला में उपस्थित अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमें जीवन में यह मलाल नहीं होना चाहिए कि हमें अपनी सोच एवं विचार के अनुरूप कार्य करने का समय नहीं मिला इसलिए समर्पण एवं सेवाभाव से कार्य करें। निदेशक ग्रामीण विकास राकेश कंवर ने कहा कि हमें लोगों को रोजगार प्रदान करने के लिए योजनाओं का कार्यान्वयन प्रभावी ढ़ंग से करना चाहिए। यदि आवश्यकता है तो प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाना चाहिए। पौधरोपण पर भी ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने मनरेगा तथा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत कार्य गुणवत्ता पर ध्यान देने को कहा। कार्यशाला में योजनाओं के अनुश्रवण, वर्षा जल संग्रहण, मनरेगा, राष्ट्रीय ग्रामीण मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना तथा मुख्यमंत्री आवास योजना पर भी विस्तृत चर्चा की गई। कार्यशाला के दौरान विकास खण्ड गोहर के खण्ड विकास अधिकारी निशान्त शर्मा ने ग्राम पंचायत मुरहार में किए गए विकासात्मक कार्यों पर प्रस्तुति दी। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत मुरहार से अन्य पंचायतें भी प्रेरणा लेकर विकास कार्य कर सकते हैं। उन्होंने मनरेगा, योजना विभाग, स्वच्छ भारत मिशन तथा 14वें वित्त आयोग के बीच समन्वय के साथ कार्य करने की आवश्यकता पर बल दिया। इस अवसर पर सचिव ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज आर.एन. बत्ता, अतिरिक्त निदेशक ग्रामीण विकास सचिन कंवल, संयुक्त निदेशक ज्ञान सागर नेगी, विभिन्न खण्ड विकास अधिकारी, पंचायती राज प्रतिनिधि तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।