हिमाचल प्रदेश ने किया शाराफ समूह के साथ समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित
जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
राज्य सरकार हिमाचल के समग्र एवं सतत् विकास के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है, जिससे राज्य में निवेश को बढ़ाया और राज्य को औद्योगिक हब/केन्द्र बनाया जा सके। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने यह जानकारी बिजनेस लीडर्ज फोरम के प्रमुख बिजनेस लीडर्ज को सम्बोधित करते हुए आज दुबई में दी। हिमाचल सरकार, भारतीय उच्चायोग, यूएई में कांउसलेट जनरल और कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज (सीआईआई) हिमाचल प्रदेश द्वारा आयोजित होने वाले ‘रोड शो’ के लिए यू.ए.ई. के चार दिवसीय दौरे पर दुबई में हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में निवेश को बढ़ावा देने के लिए औद्योगिक नीति के माध्यम से आकर्षक प्रोत्साहन प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हिमाचल को निवेश के लिए और अधिक आकर्षक एवं उद्योग मित्र बनाने के लिए अपनी नीतियों में सुधार कर रहा है। उन्होंने कहा कि पर्यटन लॉजिस्टिक्स, अरोमा हाउसिंग और रियल एस्टेट, आई.टी एवं इलैक्ट्रॉनिक्स जैसे क्षेत्रों के भी नीतियां बना रहा है उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का ध्येय हिमाचल प्रदेश को भारत का एक प्रमुख निवेश गंतव्य बनाना है। उन्होंने कहा कि राज्य सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उपक्रमों के विकास के लिए व्यापार सांझेदारियों पर विशेष बल दे रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार राज्य में व्यापार में सुगमता को बेहतर बनाने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है, जो राज्य को भारत सरकार द्वारा दी गई बेहतर रैंकिंग से ज़ाहिर होती है। उन्होंने कहा कि हिमाचल व्यापार में सुगमता सुधारों के लिए राष्ट्र में अब शीर्ष राज्यों में आता है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बिजनेस लीडर्ज फोरम के सदस्यों को धर्मशाला में आयोजित की जाने वाली ग्लोबल इंवेस्टर मीट में भाग लेने और व्यापार एवं सहयोग के अवसरों को खोजने के लिए निमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि एक बार हिमाचल आएंगे, तो हमें विश्वास है कि आपका यहां से जाने का मन नहीं करेगा तथा हिमाचल इस प्रकार की सुविधा एवं अवसर प्रदान करता है। उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ने इस अवसर पर अपने सम्बोधन में भारतीय उद्यमियों की सराहना की, जिन्होंने यू.ए.ई. को वैश्विक व्यापार गंतव्य बना दिया है। उन्होंने इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा देश एवं विदेश में व्यापार समुदाय तक पहुंचने के लिए उठाए गए कदमों की सराहना की। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में व्यापार अनुकूल वातावरण बनाया गया है। उन्होंने निवेशक समुदाय से राज्य में निवेश करने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान एमएमएस के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक डॉ. अनिल शर्मा, अल गुरैर इंवेस्टमेंटस के अध्यक्ष एस्सा गुरैर, दुबई में आस्ट्रेलिया सरकार के आयुक्त व्यापार एवं विकास पंकज सवेरा तथा शाराफ समूह के उपाध्यक्ष शराफुदीन के साथ भी बैठकें की। प्रतिनिधिमण्डल ने इंडिया-मिडल ईस्ट एग्रो ट्रेड इंडस्ट्री एंड इंवेस्टमेंट फोरम के अध्यक्ष सुधाकर तोमर से बैठक की, आईएमईए-टीआईआईएफ के पास बहुराष्ट्रीय कृषि और खाद्य प्रणाली व्यवस्था श्रृंखला है। अतिरिक्त मुख्य सचिव (उद्योग) मनोज कुमार ने राज्य द्वारा खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में दिए जा रहे प्रोत्साहनों के बारे में जानकारी दी। सुधाकर तोमर ने इस अवसर पर कहा कि वह हिमाचल में अदरक की सोर्सिंग तथा बागवानी प्रसंस्करण में उपलब्ध अवसरों को खोजना चाहते हैं। शाराफ समूह एवं हिमाचल प्रदेश सरकार के मध्य इस अवसर पर लॉजिस्टिक पार्क, ड्राई पोर्ट तथा सहायक अधोसंरचना में निवेश अवसरों को ढूंढने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भी किए अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी, अतिरिक्त मुख्य सचिव (उद्योग) मनोज कुमार, अतिरिक्त मुख्य सचिव (पर्यटन) राम सुभग सिंह, निदेशक उद्योग हंस राज शर्मा, विशेष सचिव आबिद हुसैन सादिक, मुख्यमंत्री के प्रधान निजी सचिव विनय सिंह और सीआईआई हिमाचल प्रदेश के प्रतिनिधि इस अवसर पर उपस्थित थे।