युवाओं को नशे से मुक्त करवाने के प्रयास – अशोक कुमार
जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
नशे की बढती प्रवृति पर लगाम लगाने के लिए सभी वर्गों के आपसी सहयोग की नितांत आवश्यकता है। समाज में बढ रहे नशे के प्रचलन को रोकने के लिए अभिभावकों की अहम भूमिका है वहीं जागरूक समाज के सहयोग का भी विशेष महत्व है। कोई भी व्यक्ति नशे के कारण असमय मृत्यु की खाई में न समाए इसके लिए सामुहिक प्रयासो की जरूरत है। यह उद्गार उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने पुलिस विभाग द्वारा आयोजित जिला स्तरीय नशा निवारण सप्ताह के अवसर पर विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों, समाजसेवियों, बुद्धिजीवियों और पुलिस के जवानों की रैली को हरी झण्डी दिखाने से पूर्व व्यक्त किए। उन्होने कहा कि किसी भी प्रकार का नशा मनुष्य को मृत्यु के कागार की ओर धकेल देता है। उन्होने कहा कि नशा एक धीमा ज़हर है जो धीरे-धीरे नशे में लिप्त व्यक्ति की रगांे में इस तरह फैल कर इस तरह मनुष्य को अपने शिकंजे कस लेता है कि मृत्यु के अतिरिक्त कोई भी राह नज़र नहीं आती। उन्होने अध्यापकों, अभिभावकों व विद्यार्थियों तथा समाज के सभी वर्गों से आग्रह किया कि वे नशे पर लगाम लगाने के लिए अपनी कारगर भूमिकाओं का निर्वहन करे तथा नशे में लिप्त युवाओं को इसकी बुराईयों से अवगत करवाकर इससे शरीर, परिवार, समाज व देश पर पडने वाले दुष्प्रभावों की जानकारी देकर नशे के चंगुल से बचने के लिए प्रेरित करें। इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस विभाग द्वारा 21 जून से 26 जून तक नशा निवारण सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। उन्होने बताया कि जिला के सभी पुलिस थानों, चैकियों के प्रभारियों, कर्मचारियों तथा स्कूल, काॅलेज के विद्यार्थियों व नशा निवारण समितियों के सहयोग से आमजन को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक किया जा रहा है। उन्होने कहा कि नशा निवारण रैलियों व विभिन्न अन्य गतिविधियों के माध्यम से पुलिस विभाग द्वारा न केवल लोगों को समाज में फैली नशे की इस बुराई को रोकने के लिए जागरूक किया जा रहा है अपितु युवाओं को नशे की आदत मुक्त करवाने के लिए विभिन्न स्तरों पर प्रयास भी किए जा रहे है।
इस रैली में विभिन्न शिक्षा संस्थानों के 4 सौ से भी अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया। इस मौके पर डीएसपी. संजय शर्मा, पुलिस विभाग के अधिकारी व कर्मचारी के अतिरिक्त विभिन्न स्कूलों के अध्यापक व बच्चों के अभिभावक भी उपस्थित रहे।