जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
राज्यपाल आचार्य देवव्रत और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने स्वतंत्रता सेनानी सुशील रतन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है, जिन्होंने आज लम्बी बीमारी के बाद चण्डीगढ़ के पीजीआईएमईआर, चण्डीगढ़ में अन्तिम सांस ली। आचार्य देवव्रत ने शोक संतप्त परिजनों के साथ अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति की कामना की है। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने अपने शोक संदेश में कहा कि स्वतंत्रता सेनानी सुशील रतन के निधन का समाचार सुनकर उन्हें बहुत दुःख हुआ है। उन्होंने समाज को अपनी बहुमूल्य सेवाएं दीं और भारत के स्वतंत्रता संग्राम में भी सक्रिय रूप से भाग लिया। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हुए उनके परिजनों के साथ संवेदनाएं व्यक्त की हैं। सुशील रतन का जन्म 31 मार्च, 1924 को कांगड़ा ज़िला के गरली गांव में हुआ। उन्होंने वर्ष 1985 व 1990 में कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार के रूप में विधानसभा चुनाव लड़ा था। वह खादी बोर्ड और स्वतंत्रता सेनानी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष भी रहे।