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राज्य सरकार हिमाचल प्रदेश को नशा मुक्त राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्धः मुख्यमंत्री

Byjanadmin

Jun 30, 2019

मुख्यमंत्री ने किया स्टूडेंट पुलिस कैडेट प्रोग्राम और नशा मुक्त हिमाचल तथा नशा निवारण पर मोबाईल ऐप का शुभारंभ

जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
प्रदेश सरकार हिमाचल प्रदेश में नशे को रोकने के लिए कानूनों को प्रभावी रूप से लागू कर राज्य को नशा मुक्त प्रदेश बनाने के अलावा नशे के विरूद्ध लोगों की भागीदारी सुनिश्चित कर इसे एक जन आंदोलन बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। यह बात मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां हिमाचल प्रदेश पुलिस के नौवें पुरस्कार वितरण समारोह तथा एयरटेल हॉफ मैराथन-2019 के अवसर पर जनसभा को सम्बोधित करते हुए कही। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर ‘स्टूडेंट पुलिस केडेट प्रोग्राम’ का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों में कानून के प्रति सम्मान, अनुशासन की पालना, नागरिक समझ तथा समाज के कमजोर वर्गों के प्रति सहानुभूति की भावना पैदा करना है। उन्होंने ‘नशा मुक्त हिमाचल’ तथा ‘नशा निवारण टोल फ्री हेल्पलाईन-1908’ पर मोबाईल ऐप का भी शुभारंभ किया। उन्हांने इस अवसर पर ‘साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन’ का भी शुभारंभ किया। उन्हांने कहा कि इस ऐप के माध्यम से कोई भी व्यक्ति नशा बेचने वाले के खिलाफ शिकायत दर्ज करवा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में नशे की समस्या को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है। नशा पूरे देश व प्रदेश में एक गंभीर सामाजिक समस्या बनी हुई है तथा हज़ारों लोगां के जीवन नशे पर निर्भरता के कारण बर्बाद हुए हैं। जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार की नशा विरोधी रणनीति का मुख्य भाग मूलरूप से पौधों से प्राप्त अफीम तथा भांग जैसे नशों को रोकने पर बल देना है। प्रदेश सरकार ने राज्य में इन नशा सृजक पौधों की खेती के विरूद्ध तथा इनको समाप्त करने के लिए कड़े कदम उठाए हैं।


मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार की पहल पर गत वर्ष नशे जैसी सामाजिक बुराई को रोकने के लिए संयुक्त रणनीति बनाने के लिए पड़ोसी राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक आयोजित की गई। उन्हांने अभिभावकों से उनके बच्चों के व्यावहारिक बदलाव पर निगरानी रखने तथा स्वयंसेवी संस्थाओं तथा पंचायती राज संस्थानों से इस सामाजिक बुराई पर नियंत्रित करने के लिए बड़ी भूमिका निभाने की अपील की। जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार न केवल नशीली दवाओं के उत्पादन को समाप्त करने के लिए वचनबद्ध है अपितु नशाखोरी को रोकने तथा नशे के शिकार लोगों की सहायता करने की दिशा में भी कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में अनेक नशा निवारण केन्द्र खोले गए हैं, जिनका संचालन पेशेवर व्यक्तियों द्वारा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर विद्यार्थियों को ’स्टूडेंट पुलिस कैडेट प्रोग्राम की शपथ भी दिलाई। मुख्यमंत्री ने हॉफ मैराथन के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया। इस अवसर पर अनिश चन्देल ने पुरूष वर्ग तथा महिला वर्ग में अर्पिता सैनी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। दस किलोमीटर की दौड़ में बादल चौधरी ने पुरूष वर्ग तथा महिला वर्ग में सुनीता ने प्रथम स्थान हासिल किया। 75 वर्ष तथा इससे अधिक के आयुवर्ग में डॉ. सुमन त्रेहन तथा 85 वर्ष के आयुवर्ग में आर.आर. वर्मा विजयी रहे। पुलिस महानिदेशक एस.आर.मरड़ी ने मुख्यमंत्री व अन्य उपस्थित गणमान्यों का इस अवसर पर स्वागत किया। उन्होंने इस आयोजन की मुख्य विशेषताओं पर भी प्रकाश डाला। शिमला नगर निगम की महापौर कुसुम सदरेट, उप-महापौर राकेश शर्मा, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजय कुंडू, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एस.पी. नेगी और अशोक तिवारी, पुलिस महानिरीक्षक हिमांशु मिश्रा, पूर्व पुलिस महानिदेशक आर.आर. वर्मा, के.आर. सडयाल भी अन्य सहित इस अवसर पर उपस्थित थे।

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