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प्रदेश सरकार हिमाचल को प्राकृतिक कृषि राज्य बनाने के लिए प्रयासरत : मुख्यमंत्री

Byjanadmin

Jul 4, 2019

पद्मश्री सुभाष पालेकर ने की मुख्यमंत्री से भेंट

जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां अपने सरकारी आवास ओक ओवर में पद्मश्री सुभाष पालेकर से बातचीत करते हुए कहा कि राज्य सरकार हिमाचल प्रदेश को प्राकृतिक कृषि करने वाला राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस उद्देश्य के लिए प्रदेश में गैर रासायनिक और प्राकृतिक कृषि को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिसके लिए राज्य में जैविक कीटनाशकों को अपनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्राकृतिक कृषि करने वाले किसानों को देसी नस्ल की गाय खरीदने के लिए 50 प्रतिशत उपदान प्रदान कर रही है जिसके तहत अधिकतम 25,000 रुपये तक दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे न केवल पशुधन में वृद्धि होगी, बल्कि प्राकृतिक कृषि को बढ़ावा देने में भी सहायता मिलेगी। जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार किसानों की आय को वर्ष 2022 तक दोगुना करने के लिए प्रयासरत है और ‘प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना’ मील का पत्थर साबित होगी क्यांकि जैविक उत्पादों से न केवल किसानों को उनके उत्पाद के अच्छे दाम मिलेंगे, बल्कि इसके माध्यम से उपभोक्ताओं को रासायनमुक्त फल, सब्जियां और अन्य खाद्य पदार्थ उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि विधायकों को जैविक खेती के लाभों से अवगत करवाने तथा प्राकृतिक कृषि को अपनाने के बारे में जागरूक करने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा, जिससे वह अपने क्षेत्रों में किसानों को राज्य में प्राकृतिक कृषि अपनाने के लिए प्रोत्साहित कर सकें। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग चुने हुए आदर्श गावों में ‘बीज ग्राम’ विकसित करने पर विचार करेगा, जिनमें विभिन्न फसलों और फलों के गुणवत्तायुक्त प्राकृतिक बीज पैदा किए जाएंगे। जय राम ठाकुर ने कहा कि विभाग को नियमित तौर पर सेब उत्पादन वाले क्षेत्रों में प्राकृतिक कृषि से सम्बन्धित जागरूकता शिविरों का आयोजन करना चाहिए ताकि इन शिविरों के माध्यम से बागवानों को जैविक खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके और रासायनिक उर्वरकों पर उनकी निर्भरता को कम किया जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य में अनाधिकृत कीटनाशकों को बेचने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने प्रगतिशील बागवानों द्वारा प्राकृतिक कृषि अपना चुके बागवानों के बागीचों का दौरा करने पर बल दिया, जिससे वह प्राकृतिक कृषि अपनाने के लिए प्रोत्साहित हो सके। पद्मश्री सुभाष पालेकर ने कहा कि प्राकृतिक कृषि किसानों की आय को न केवल दोगुना करेगी, बल्कि यह रासायनिक उर्वरकों के अत्याधिक प्रयोग को हतोत्साहित करने में भी सहायक सिद्ध होगा। अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी, प्रधान सचिव कृषि ओंकार शर्मा और वरिष्ठ अधिकारी भी अन्य सहित इस अवसर पर उपस्थित थे।

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