कर्मचारियों और पेंशनर्ज की अधिकांश मांगे इन नेताओं की आपसी खीचतान के कारण ही लटकी : अमरनाथ खुराना
जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
हिमाचल प्रदेश राज्य कर्मचारी परिसंघ ने हिमाचल राज्य कर्मचारी महासंघ को कई गुटों में विभक्त करने और कुछ स्वार्थी नेताओं द्वारा अपनी चौधराहट चलाये रखने के कथित कर्मचारी विरोधी कृत्य पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए इसे बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बताया है और कहा है कि इन गुटों के सभी कथित शीर्ष नेताओं का कर्मचारी हित में कभी भी कोई योगदान नहीं रहा है और न ही प्रदेश के कर्मचारी इनके पीछे ही हैं और यह मात्र अपने स्वार्थ साधन के लिए कर्मचारियों का बांटने का काम कर रहे हैं | कर्मचारी परिसंघ के राज्य अध्यक्ष अमरनाथ खुराना ने कहा कि जब से कर्मचारी महासंघ का गठन हुआ है , उसके बाद हुए कितने ही प्रदेश व्यापी आंदोलनो में इन नेताओं का रत्ती भर भी यागदान नहीं रहा है और न ही इन्हें कर्मचारी इतिहास का ही कोई ज्ञान है | उन्होने कहा कि इन मेसे अधिकांश नेता तो वे हैं जिन्होने एक भी आंदोलन में भाग तक नहीं लिया है और केवलमात्र नेताओं और अधिकारियों की चापलूसी करके स्वार्थ साधन के ही रिकार्ड स्थापित किए हैं| अमरनाथ खुराना ने कहा है कि इस समय कर्मचारियों और पेंशनर्ज की अधिकांश मांगे इन नेताओं की आपसी खीचतान के कारण ही लटकी पड़ी हैं और कर्मचारियों के यह दोनों ही वर्ग बुरी तरह से परेशान हैं जबकि यह नेता अपनी अपनी नेतागिरी चलाये रखने को ही महत्व दे रहे हैं | उन्होने मुख्यमंत्री से मांग की कि हिमाचल प्रदेश में कर्मचारी महासंघ के कम से कम चार गुटों में बँट जाने और इन सभी कथित नेताओं पर से कर्मचारियों का विश्वास पूरी तरह से उठ जाने के कारण कर्मचारियों की लंबित पड़ी मांगों पर चर्चा करने के लिए कर्मचारी परिसंघ को आमंत्रित किया जाये ताकि कर्मचारियो और सरकार के मध्य सौहार्दपूर्ण वातावरण निरंतर बना रहे |