देहरादून स्पिक मेके के तत्वाधान में प्रसिद्ध कत्थक नृत्यांगना गौरी दिवाकर ने आज रक्षा अनुसन्धान विद्यालय में शास्त्रीय नृत्य की प्रस्तुति दी। गौरी दिवाकर पंडित बिरजू महाराज जी की छात्रा हैं और इंडियन कौंसिल फॉर कल्चरल रिलेशन्स में एक सशक्त कलाकार हैं। कार्यक्रम के दौरान, गौरी के साथ तबले पर योगेश गंगानी, वोकल्स और हारमोनियम पर समीउल्लाह खान और सारंगी पर मोहम्मद अयूब उपस्थित रहे। अपनी प्रस्तुति के दौरान, गौरी ने तीन ताल में 16 मंत्र पर प्रस्तुति दी जिसे उन्होंने भगवान शिव को समर्पित किया। इसके बाद उन्होंने थाट और आमद की प्रस्तुति दी, जिसको इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने सराहा।गौरी ने रुत गती ठुमरी श्नीरी भारज गायिन पनघट को पर भी प्रस्तुति दी। ये कार्यक्रम गौरी के विश्वव्यापी कथक दौरों में से एक रहा और उन्होंने वंदे मातरम पर प्रस्तुति देकर अपने नृत्य प्रदर्शन का समापन किया। उन्होंने अपने सर्किट के दौरान वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, डॉल्फिन कॉलेज, यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज, इकोल ग्लोबल स्कूल और आईएमएस यूनिसन यूनिवर्सिटी में भी नृत्य प्रस्तुति दी। गौरी ने कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय नृत्य समारोहों में नृत्य प्रदर्शन किया है। 2008 में उन्हें प्रतिष्ठित श्उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कारश् से सम्मानित किया गया था, जबकि 2002 में उन्हें श्श्रृंगार मणि पुरस्कारश् से सम्मानित किया गया था।