उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष और पूर्व मंत्री धीरेंद्र प्रताप ने उत्तराखंड की अत्यंत गंभीर आर्थिक स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार से उत्तराखंड में तत्काल प्रभाव से वित्तीय आपात स्थिति लागू किए जाने की मांग की है। कल से भराड़ीसेण में हो रहे विधानसभा के सत्र में राज्य की आर्थिक स्थिति पर गंभीर चिंतन किए जाने की मांग करते हुए धीरेंद्र प्रताप ने कहा है कि जिस तरह से त्रिवेंद्र सरकार ने राज्य को भारी आर्थिक संकट और कर्ज में डूबा दिया है, उससे पूरे राज्य का भविष्य खतरे में घिर गया है और चैपट दिखने लगा है।उन्होंने त्रिवेंद्र सिंह रावत के आर्थिक प्रबंधन के मोर्चे पर पूरी तरह से विफल होने का आरोप लगाते हुए कहा है कि जिस तरह से दिल्ली में नरेंद्र मोदी ने देश को आर्थिक बदहाली के कगार पर पहुंचा दिया है उसी तरह से त्रिवेंद्र रावत भी अपने आर्थिक कौशल में पूर्णतरू विफल होने की वजह से राज्य को चैराहे पर ले आए है। उन्होंने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को सुझाव दिया है कि जब तक राज्य के आर्थिक हालात सुधरते नहीं तब तक राज्य में वित्तीय आपात स्थिति लागू की जाए व देश के प्रमुख आर्थिक विशेषज्ञों के एक दल की उत्तराखंड सरकार सहायता ले जिससे राज्य की शर्मनाक हो रही आर्थिक स्थिति को फिर से पटरी पर लाया जा सके। उन्होंने स्वर्गीय नारायण दत्त तिवारी को याद करते हुए कहा कि उनके राज्य में राज्य का स्वर्ण युग था परंतु त्रिवेंद्र सिंह रावत के अनुभवहीन होने के कारण राज्य किस खड्डे में जाकर गिरेगा कुछ कहा नहीं जा सकता। उन्होंने त्रिवेंद्र सिंह रावत से आर्थिक मोर्चे पर प्रतिपक्ष की नेता व आर्थिक मामलों में माहिर इंदिरा हृदयेश से भी राय मशवरा करने को कहा है।