सुकमा। आंध्र प्रदेश व तेलंगाना में फंसे छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के मजदुरों को लॉकडाउन होने से आने-जाने के लिए गाड़ी नहीं मिल रहा है, जिसके चलते 150 किमी पैदल चलकर गुरुवार शाम करीब तीन दर्जन मजदूर अपने परिवार के साथ कोंटा पहुंचे, इन सभी मजदूरों को पहले स्थानीय प्रशासन के नुमांईदे ने सीमा पर ही रोक लिया, डॉक्टरों की टीम ने पहले सभी मजदूरों का स्वास्थ्य परीक्षण किया और सभी को कैंप में बिठाकर खाना खिलाया इसके बाद गाड़ी का इंतजाम कर सभी को उनके घर पहुंचाया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जनता कर्फ्यू के बाद देशभर में लॉकडाउन किया गया है। सभी को घरों में ही रहने की हिदायत दी गई, लेकिन मजदूरों के लिए यह फैसला मुसीबत का सबब बन गया है। लॉकडाउन होने से मजदूरों को आने-जाने के लिए गाड़ी नहीं मिल रहा है, लिहाजा मजदूर पैदल सफर करने मजबूर हो रहे हैं। लॉकडाउन की वजह से जिले की सीमा सील कर दी गई है, वाहनों की आवाजाही बंद है, ऐसे में 150 किमी पैदल चलकर करीब 03 दर्जन मजदूर कोंटा पहुंचे। सभी का स्वस्थ्य परीक्षण कर घर वापस भेजा गया है। वहीं दूसरी ओर ऐसी खबर आ रही है कि अभी भी बड़ी संख्या में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में जिले के मजदूर बडंी संख्या में फंसे हुए है।