लखनऊ: राजधानी के इको गार्डेन में लगातार जीवनदायिनी स्वास्थ्य विभाग 102,108 के Ambulance कर्मचारी संघ द्वारा कर रहे धरना प्रदर्शन के दौरान हुए गिरफ्तार ।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रदर्शन कर रहे Ambulance कर्मी हुए बर्खास्त होने से काफी आहत में है ।जिसमें शासन द्वारा एंबुलेंस वाहनो की चाभी जमा कराने का शिलशिला जारी है।मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि अब एंबुलेंस गाड़ियों का संचालन करने को लेकर लखनऊ के पुलिस लाइन में भर्ती प्रक्रिया शुरू की गयी है ।बताया जा रहा है कि एंबुलेंस कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष हनुमान पांडेय की प्रशासन द्वारा की गयी गिरफ्तारी से संघ के कार्यकर्ताओं में भारी रोष व्याप्त है ।संघ के कार्यकर्ताओं द्वारा बताया जा रहा है कि पांडेय की रिहाई नहीं की गयी तो सभी संघ के कार्यकर्ता विधान सभा का घेराव करेंगे ।
ऐसे में धरना प्रदर्शन का मुख्य कारण यह है कि नई कम्पनी जीवीकेएमआरआई को दिये गये ठेका में उसके नियम व शर्ते यह रखी गयी थी कि सभी Ambulance कर्मी ट्रेनिंग के लिए बीस हजार जमा करेंगे और एंबुलेंस कर्मियों का मूल वेतन दस हजार निर्धारित किये जाने से संघ के पदाधिकारियों ने नाराजगी जाहिर की ,जिसमें दे जीवनदायिनी 102,108 कम्पनी का मूल वेतन चौदह हजार के लगभग था ।बताया जा रहा है कि नई कम्पनी के द्वारा जारी किये नियमों एंबुलेंस कर्मी को दस हजार रूपये मूल वेतन लागू किये जाने से सभी कर्मचारी विरोध करने लगे जिससे यह मामलाअपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन में तब्दील हो गया ।
जिसमें जीवीकेएमआरआई को जारी किये गये ठेका में यही प्राविधान था कि सभी कर्मी बीस हजार रुपए जमा करें उन्हें ट्रेनिगं दिया जायेगा ।इस बात को लेकर सभी एंबुलेंस कर्मियों में सहमति न बनने पर विरोध करने के लिए तैयार हो गये ।जिसमें अपनी नौकरी जाने के डर से प्रदर्शन करना प्रारम्भ कर दिया ।जिसका आज शासन प्रशासन की मंशा साफ यह हो गयी कि जो उन्हें जो डर था वही हुआ ।बताया जा रहा है कि जीवीकेएमआरआई ambulance कम्पनी के उपाध्यक्ष टीवीएस रेड्डी द्वारा भर्ती प्रक्रिया जारी की गयी है।