संतकबीरनगर| स्थानीय स्तर पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराये जाने की सरकारी मंशा पर ग्रहण लग गया है। मरम्मत और देखरेख के अभाव में उपकेन्द्र लोहरौली बदहाली का शिकार होकर रह गया है। जानकारी व मांग के बाद भी संबंधित जिम्मेदार अनजान बने हुए हैं।
दुधारा थाना क्षेत्र के गांव लोहरौली ठकुराई में स्थानीय स्तर पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराये जाने के उद्देश्य से शासन ने दशकों पूर्व लाखों की लागत से उपकेन्द्र स्थापित किया था। जिससे लोगों में आस जगी थी कि अब दवा इलाज के लिए हो रही परेशानियों से निजात मिल सकेगी।
लेकिन विभागीय जिम्मेदारों की उदासीनता और लापरवाही के कारण उपकेन्द्र लोहरौली ठकुराई निष्प्रयोज्य बना हुआ है। मरम्मत और देखरेख के अभाव में बदहाली का दंश झेल रहा है। भवन जर्जर हालत में है, दरवाजे टूटे हुए हैं। फर्श टूट गया है। लेकिन वर्तमान में इसका कोई पुरसानेहाल नहीं है। वर्तमान में यह विषैले जीव जन्तुओं की शरण स्थली बना हुआ है। स्थानीय ग्रामीण विनोद विश्वकर्मा, वकालत हुसैन सिद्दीकी, अशफाक अहमद, राजेंद्र प्रसाद, अहमद जमाल, निसार अहमद आदि दर्जनों लोगों ने शासन-प्रशासन से उत्पन्न समस्या के समाधान की गुहार लगाये हैं।