नई दिल्ली : अफगानिस्तान स्थित Taliban सरकार ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वो आतंकी संगठन से ज्यादा कुछ नहीं है। दो हफ्ते पहले आज से लड़कियों के लिए स्कूल खोले जाने का दावा करने वाले Taliban ने स्कूल खोला तो जरूर लेकिन कुछ ही घंटों में बंद करा दिया। कोरोना काल के बाद से स्कूल जाकर पढऩे की उम्मीद में बैठी लड़कियां आंखों में आंसू लिए स्कूल से चली गई। इससे पहले आज हजारों लड़कियां स्कूल में पढऩे आई थीं।
अफगानिस्तान में पिछले साल अगस्त से स्कूल पूरी तरह बंद हैं। महीनों बाद आज स्कूल खुले भी तो चंद घंटों में स्कूल बंद करने का फरमान आ गया। तालिबान सरकार ने फरमान जारी कर कहा कि लड़कियों के लिए छठी से ऊपर के सभी स्कूलों को तत्काल प्रभाव से बंद किया जाए। जब इस बाबत Taliban सरकार के शिक्षा मंत्री से जवाब मांगा गया तो उन्होंने कहा कि ये नेतृत्व का फैसला है और वो इससे ज्यादा इस मामले पर कुछ नहीं बोल सकते हैं। तालिबान सरकार के प्रवक्ता ने जरूर कहा कि अफगानिस्तान और खास तौर पर इसके ग्रामीण इलाकों के लोग दिमागी तौर पर लड़कियों को ज्यादा पढ़ाने के लिए तैयार नहीं हैं।
गौरतलब है कि कुछ हफ्तों पहले Taliban के ही शिक्षा मंत्री ने मीडिया से कहा था कि तालिबान सरकार लड़कियों की शिक्षा को लेकर जिम्मेदार है। उन्होंने आज की तारीख का ऐलान करते हुए कहा था कि आज से अफगानिस्तान के सभी स्कूल-कॉलेज खुलेंगे। हालांकि उन्होंने ये भी कहा था कि लड़कियों के स्कूल में सिर्फ महिला टीचर ही पढ़ा सकेंगी और अगर महिला टीचर नहीं है तो कोई बुजुर्ग टीचर लड़कियों को पढ़ाएंगे।