• Thu. Dec 5th, 2024

आतंकियों ने श्रमिकों को एक बार फिर निशाना बनाया, दो जख्मी

Byjanadmin

Jun 4, 2022

दक्षिण कश्मीर के शोपियां में शुक्रवार रात को आतंकियों ने दूसरे राज्यों के श्रमिकों को एक बार फिर निशाना बनाया। इस बार उन्होंने पिस्तौल का इस्तेमाल नहीं किया बल्कि उन पर ग्रेनेड से हमला किया गया। इस हमले में दो श्रमिक जख्मी हुए हैं। हमले के बाद से ही सुरक्षाबलों ने घटनास्थल व उसके साथ लगते इलाकों में तलाशी अभियान छेड़ दिया था, जो आज सुबह भी जारी है। दो दिनों में कश्मीर में रह रहे अन्य राज्यों के श्रमिकों पर यह दूसरा हमला है।

आपको बता दें कि इससे पहले वीरवार की रात को आतंकियों ने चाडूरा में ईंट भट्ठा मजदूरों पर हमला किया था। इसमें बिहार के श्रमिक दिलखुश की मौत हो गई थी, जबकि एक अन्य जख्मी हो गया था। शोपियां में अगलर जैनपोरा में जवाहर नवोदय विद्यालय के पास दूसरे राज्यों के काफी श्रमिक रहते हैं। बीती शुक्रवार रात करीब पौने 11 बजे आतंकियों ने वहां बाहर खड़े श्रमिकों को निशाना बनाते हुए ग्रेनेड हमला किया। इसमें हमले दो श्रमिक घायल हो गए।

धमाके की आवाज सुनकर आसपास मौजूद अन्य लोग और सुरक्षाबल मौके पर पहुंच गए। उन्होंने घायल श्रमिकों को उसी समय उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने सेना व सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर घटनास्थल व उसके साथ सटे इलाकों की घेराबंदी कर आतंकियों की धरपकड़ के लिए एक तलाशी अभियान चलाया।

पिछले चार दिनों में कश्मीर घाटी में टारगेट किलिंग के तहत यह चौथा हमला है। मंगलवार को आतंकियों ने कश्मीर के जिला कुलागाम में कार्यरत सांबा की महिला अध्यापक रजनी बाला को गोली मार दी थी। उसके दो दिन बाद यानी वीरवार को आतंकियों ने इलाका-ए-देहाती बैंक में बैंक मैनेजर के पद पर कार्यरत राजस्थान निवासी विजय कुमार की हत्या कर दी जबकि उसी दिन रात को आतंकियों ने चडूरा में दो श्रमिकों को निशाना बनाया, जिसमें एक की जान चली गई जबकि दूसरा घायल हो गया। अब चौथे दिन शुक्रवार देर रात को आतंकियों ने शोपियां में श्रमिकों पर हमला किया। इस बार आतंकियों ने रात के अंधेरे का फायदा उठाते हुए दूर से ही श्रमिको निशाना बनाते हुए ग्रेनेड फेंका जिसमें दो श्रमिक गंभीर रूप से घायल हो गए।

वहीं पुलिए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि टारगेट किलिंग सुरक्षाबलों के लिए चुनौती बन गई है। इसे चुनौती इसलिए माना जा रहा है कि ये हमला करने वाले शीर्ष आतंकी नहीं बल्कि उनके लिए काम करने वाले ओवर ग्राउंड वर्कर हैं। ये वर्कर आम लोगों के बीच रहते हैं। हमले को अंजाम देने के बाद वे फिर से आम लोगों में मिल जाते हैं। अधिकारी ने कहा कि ऐसे हमलावरों को पकड़ने के लिए हमने अपने सूचना तंत्रों को सक्रिय कर दिया है। जल्द ही इन पर भी शिकंजा कसा जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *